Betul: बैंड-बाजा और बारात सब थे तैयार, एक घोड़ी होने से 300 दूल्हे हुए नाराज, जानें क्या है पूरा मामला

Betul News: चंदोरा खुर्द ग्राम पंचायत में 301 दूल्हों में से शादी समारोह में महज एक ही दूल्हे को घोड़ी और छतरी नसीब हुई. बाकी दूल्हों को तपती धूप में पैदल ही बारात लेकर विवाह मंडप तक जाना पड़ा
One groom out of 300 got a mare in a mass marriage ceremony

सामूहिक विवाह समारोह में 300 में से एक दूल्हे को मिली घोड़ी

Betul News: मध्य प्रदेश के मुलताई की चंदोरा खुर्द ग्राम पंचायत में शुक्रवार यानी 25 अप्रैल को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 301 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया. कार्यक्रम में दूल्हे तो 301 थे, लेकिन केवल एक ही घोड़ी का इंतजाम किया गया था. इससे दूल्हे नाराज हो गए और संबधित अधिकारियों पर भड़क गए.

एक दूल्हे को घोड़ी हुई नसीब

चंदोरा खुर्द ग्राम पंचायत में 301 दूल्हों में से शादी समारोह में महज एक ही दूल्हे को घोड़ी और छतरी नसीब हुई. बाकी दूल्हों को तपती धूप में पैदल ही बारात लेकर विवाह मंडप तक जाना पड़ा. दूल्हों और बारातियों के लिए जिस जगह पर रुकने का इंतजाम किया गया था, वहां पीने का पानी तक नहीं था. इससे लोगों को काफी मुश्किल हुई.

नाराज दूल्हों ने इसकी शिकायत जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार से की. बारात में पहुंचे जिला पंचायत अध्यक्ष ने डांस कर माहौल को खुशनुमा बनाने की कोशिश की और मौके पर मौजूद अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को कहा.

अधिकारी ने दी सफाई

जनपद CEO हमने घोड़ी का इंतजाम नहीं किया हालांकि जनपद पंचायत सीईओ डीपी मेश्राम का कहना है कि हमारे माध्यम से किसी घोड़ी की व्यवस्था नहीं थी. उन्होंने पर्सनल किया होगा. हमारी तरफ से सब के लिए एक जैसा इंतजाम किया गया था.

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वधुओं को दिया गया 49 हजार रुपये का चेक

कार्यक्रम में 158 जोड़े ओबीसी वर्ग से, 6 सामान्य वर्ग से, 93 एसटी से और 44 एससी वर्ग से शामिल हुए. जनपद पंचायत सीईओ डीपी मसराम ने व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी संभाली. उन्होंने बताया कि ओबीसी और सामान्य वर्ग के जोड़े पहले विवाह बंधन में बंधे. इसके बाद एसटी और अंत में एससी वर्ग के जोड़े विवाह मंडप में पहुंचे. योजना के तहत हर वधु को 49 हजार रुपये की राशि का चेक दिया गया.

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