‘भजन गाने पर मिलती थी धमकी, तोड़ दिया गया था घर’- सनातन और संगीत के सवाल पर खुलकर बोलीं भजन गायिका शहनाज अख्तर

Sahnaz Akhtar: प्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर ने एक इंटरव्यू में शहनाज, सनातन और संगीत के सफर के सवाल पर खुलकर बात की.
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भजन गायिका शहनाज अख्तर

Sahnaz Akhtar: प्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर ने संगीत की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है. साथ ही सफलता के परचम भी लहराए हैं. मुस्लिम होने के बावजूद उनका लगाव सनातन धर्म से रहा. यही वजह रही कि उन्हों सनातन धर्म के भजन गाने शुरू किए और बाद में अपना धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपना लिया. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने इस सफर के बारे में बात की.

कड़े विरोध का किया सामना

एक भजन कार्यक्रम के बाद भजन गायिका शहनाज अख्तर ने शहनाज, सनातन और संगीत के सफर के सवाल पर जवाब दिया. उन्होंने बताया-‘साल 1996-98 में जब उन्होंने सनातन धर्म के भजन गाने की शुरुआत की थी तो उन्हें कई तरह के विरोध का सामना करना पड़ा. उनके भजन सुपर हिट हो रहे थे तो उन्हें मुस्लिम समुदाय से आने वाले कई लोगों ने जान से मारने की धमकियां दी. साथ ही उनका घर भी तोड़ दिया गया. उन्हें भजन ना गाने की नसीहत दी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने भजन गाना बंद नहीं किया.’

शहनाज अख्तर ने अपनाया सनातन धर्म

शहनाज अख्तर ने आगे बताया कि लोगों ने उन्हें गालियां दी गई और उनके घर को भी तोड़ा गया फिर भी सनातन धर्म के प्रति उनकी श्रद्धा कम नहीं हुई. लगातार उन्होंने भजन गाना जारी रखा. इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म को भी अपना लिया.

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शहनाज अख्तर ने बताया कि 5 जून 2005 को उनका पहला भजन ‘भोला नहीं माने’ को लोगों ने बहुत पसंद किया. देश भर में इस भजन को लोगों ने खूब सराहा.

सनातन धर्म में महिलाओं का सम्मान

उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में महिलाएं जितनी सुरक्षित हैं और किसी धर्म में नहीं है. एक नारी का सम्मान सनातन धर्म में ही सिखाया जाता है इसलिए उन्होंने सनातन के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा हमेशा रखी है. आज भी उन्हें कई जगह से धमकियां मिल रही हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने अपना काम नहीं छोड़ा. शहनाज अख्तर के कई भजन सुपर डुपर हिट हुए हैं. लोग भी उनकी आवाज के दीवाने हैं.

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