305 करोड़ में बनी थी सड़क, 12 साल में 650 करोड़ टोल वसूला, मरम्मत नहीं होने से भोपाल में धंसा स्टेट हाईवे का 100 मीटर हिस्सा
भोपाल: स्टेट हाईवे का 100 मीटर हिस्सा धंसा
MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को बिलखिरिया में स्टेट हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा धंस गया. गनीमत रही कि हादसे के दौरान कोई वाहन मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो जाता. MPRDC के प्रबंध संचालक भरत यादव ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति बनाई है.
12 साल में 650 करोड़ टोल वसूला
52 किमी लंबे स्टेट हाईवे को बनाने में 305 किमी की लागत आई थी. इसका निर्माण साल 2013 में किया गया था. निर्माण कंपनी ने टोल के तौर पर 12 साल में 650 करोड़ रुपये वसूले. साल 2013 से हर साल करीब 62 करोड़ टोल वसूला गया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया गया है कि पिछले 5 से 6 सालों से इसकी मरम्मत नहीं की गई है. बारिश के सीजन में पानी भर जाता है.
वहीं इसके उलट MPRDC का कहना है कि सड़क की मरम्मत हर साल की जाती है. सड़कों की मरम्मत दो तरीकों से होती है, पहला जिसमें सालाना पेंचवर्क का काम किया जाता है. दूसरा तरीका 5 साल में रिन्यूबल वर्क. इस साल सड़क की मरम्मत के लिए 9 करोड़ रुपये जारी हुए.
2017 में ब्लैकलिस्ट हुई कंपनी
ट्रांसट्राय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने बनाओ, ऑपरेट और ट्रांसफर करो की तर्ज पर ये सड़क बनाई गई थी. कंपनी को अपने पैसों से सड़क बनाकर का कुछ सालों तक टोल वसूलना था. फिर इसे सरकार को सौंपना था. तय कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक कंपनी शर्तें पूरा नहीं कर पाई और प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हो पाया, 2020 में कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया गया. इससे पहले साल 2017 में कंपनी ब्लैकलिस्ट कर दी गई थी.