Bhopal: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, भोपाल के 4 क्लीनिक सील, बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे 174 हॉस्पिटल
Bhopal: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, भोपाल के 4 क्लीनिक सील
MP News: दमोह के फर्जी डॉक्टर एन जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव का मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है. शनिवार को स्वास्थ्य विभाग ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के 4 क्लीनिक को सील कर दिया है. वहीं 15 ऐसे अस्पतालों का भी खुलासा हुआ जिनका रजिस्ट्रेशन ही नहीं था. मध्य प्रदेश के कुल 174 अस्पताल हैं जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं है.
60 नर्सिंग होम और अस्पताल के पंजीयन निरस्त
इसी तरह की कार्रवाई ग्वालियर में भी की गई. यहां 60 नर्सिंग होम और अस्पतालों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजीयन निरस्त कर दिया गया. इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि इस तरह आगे खोले गए तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. जिन नर्सिंग होम और अस्पताल का पंजीयन निरस्त किया गया है, वे बिना नवीनीकरण के चल रहे थे.
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सीएमएचओ डॉक्टर सचिन श्रीवास्तव ने 60 अस्पताल और 20 पैथोलॉजी के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं. हालांकि यह प्रक्रिया पहले से चल रही थी लेकिन एक्शन अब नजर आया है. दरअसल नर्सिंग होम और अस्पतालों को 31 मार्च से पहले नवीनीकरण कराने थे और इस प्रक्रिया में अस्पतालों को मापदंड पूरा करने के सभी दस्तावेज भी लगाने होते हैं. लेकिन लगभग 60 ऐसे अस्पताल थे जिन्होंने ना तो अपने मापदंड पूरे किए और ना ही नवीनीकरण कराया.
कौन है एन जॉन केम?
फर्जी डॉक्टर एन जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव को पुलिस ने 7 मरीजों की जान से मारने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. नरेंद्र यादव के पास कोई डिग्री नहीं है. बिना डिग्री के दमोह के मिशन अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहा था. कई हार्ट पेशेंट का इलाज किया, जिसमें से 7 मरीजों की मौत हो गई थी. इसी के बाद खुलासा हुआ कि यादव के पास फर्जी डिग्री, सर्टिफिकेट और एक्सपीरियंस था.