Bhopal में मनाया गया बिहार दिवस, सीएम मोहन यादव हुए शामिल, विपक्ष ने उठाए सवाल- क्या ये बिहार में मध्य प्रदेश दिवस मनाएंगे
भोपाल में आयोजित बिहार दिवस पर विपक्ष पर उठाए सवाल
Bihar Diwas In Bhopal: रविवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bihar) में बिहार दिवस (Bihar Diwas) मनाया गया. इस कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) शामिल हुए. उन्होंने कहा कि बिहार पर परमात्मा की कृपा है विशेष धरती है. आगे कहा कि साल 1912 में बिहार राज्य का नामकरण हुआ. इस देश में बिहार को छोड़कर जितने भी राज्य हैं, एक भी राज्य भगवान के नाम पर नहीं है. केवल बिहार का नाम ही बांके बिहारी के नाम पर है.
‘भोजपुरी, राजा भोज से जुड़ती है’
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि अशोक सम्राट बनने से पहले उज्जैन में गवर्नर थे. उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में एमपी और बिहार की अलग महत्ता है. दुनिया के राजकुमार शिक्षा ग्रहण करने के लिए नालंदा और तक्षशिला आते थे. भोजपुरी भाषा, राजा भोज से जुड़ती है. वहीं बिहार के लड़ाके कैसे लड़ते हैं, इसका उदाहरण हमें कुंवर सिंह के रूप में देखने को मिलता है. दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह जी पटना साहिब से ही आते है.
बिहार दिवस का ये कार्यक्रम रविवार को भोपाल स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, बीजेपी संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत कई नेता और सम्मानित अतिथि शामिल हुए.
‘ये बिहार दिवस नहीं है, ये चुनाव दिवस है’
विपक्ष ने बिहार दिवस कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक ने तंज कसते हुए कहा कि मैं इतने वर्षों से हूं, मैंने नहीं सुना कि मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश दिवस, बिहार दिवस और बिहार दिवस मनाया जाता हो. ये बिहार दिवस नहीं है. ये चुनाव दिवस है. जहां-जहां उत्तर भारत में बीजेपी की सरकारें हैं. वहां रहने वाले बिहार के मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ये गैर-जरूरी आयोजन किए जा रहे हैं. मैं इनसे पूछता हूं क्या ये बिहार में मध्य प्रदेश दिवस मनाएंगे?