Bhopal AQI: एक दिन में 114 से बढ़कर 235 पर पहुंचा भोपाल का एक्यूआई, पिछले साल के मुकाबले 36 प्रतिशत इजाफा

बुधवार को राजधानी में 114 AQI रिकार्ड किया गया था, जो गुरुवार को दोगुना बढ़त के साथ 235 पर पहुंच गया. अरेरा कॉलोनी इलाके में पर्यावास परिसर में एक्यूआई 243 रिकॉर्ड किया गया.
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प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गिरते तापमान के साथ सर्दी बढ़ने लगी है. लेकिन बढ़ती ठंड के साथ-साथ भोपाल में प्रदूषण का स्तर भी खराब होता जा रहा है. गुरुवार को भोपाल का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 235 दर्ज किया गया है, जोकि इस सीजन का सबसे खराब एक्यूआई है. बता दें कि, 100 से अधिक का AQI हानिकारक माना जाता है.

एक दिन में दो गुना हुआ AQI

बुधवार को राजधानी में 114 AQI रिकार्ड किया गया था, जो गुरुवार को दोगुना की बढ़त के साथ 235 पर पहुंच गया. अरेरा कॉलोनी इलाके में पर्यावास परिसर में एक्यूआई 243 रिकॉर्ड किया गया. पुराने भोपाल में कलेक्ट्रेट ऑफिस 270 दर्ज किया गया. वहीं, कामर्शियल इलाके टीटी नगर में यह 226 दर्ज किया गया है. AQI में बढ़त का अहम कारण शहर के कई इलाकों में आतिशबाजी बताया जा रहा है.

गाड़ियों का धुआं बढ़त का मुख्‍य कारण

हालांकि, ट्रैफिक जाम भी बढ़ते प्रदूषण का अहम कारण माना जा रहा है. भोपाल में ट्रैफिक जाम की वजह से न्यू मार्केट में वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे हैं. इससे पेट्रोल और डीजल के धुएं में मौजूद कार्बन और नाइट्रोजन ऑक्साइड हवा में फैलकर AQI को बढ़ा रहे हैं. पिछले हफ्ते के आंकड़ों पर नजर डालें तो 10 अक्टूबर को AQI 160, 11 अक्टूबर को 128, और 15 अक्टूबर काे AQI 114 था. राजधानी में लगातार बढ़ता एक्यूआई संकेत देता है कि हवा खराब श्रेणी में बनी हुई है. विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की गुणवत्ता खराब होने के समय लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए तो वहीं अगर जरूरत पर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.

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बीते साल के मुकाबले 36 प्रतिशत की बढ़त

भोपाल में पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर सुरक्षित सीमा से 60-90% तक अधिक है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे में सांस और हृदय रोगियों में परेशानी बढ़ सकती है. टीटी नगर में नाइट्रोजन ऑक्साइड का स्तर सुरक्षित सीमा से 14% अधिक है, जबकि अमोनिया, सल्फर डाई ऑक्साइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड अभी भी नियंत्रित स्तर पर हैं. 16 अक्टूबर को राजधानी का औसत एक्यूआई 235 दर्ज किया गया, जो पिछले साल इसी तारीख के 150 की तुलना में 36 प्रतिशत ज्यादा है. 

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