रायसेन में 1800 करोड़ की रेल कोच फैक्ट्री का भूमिपूजन, रक्षा मंत्री ने किया शिलान्यास, CM मोहन यादव बोले- 5 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, 'मध्य प्रदेश में रेल कोच फैक्ट्री बनना गौरव की बात है. इस रेल कोच फैक्ट्री से 5 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा.
Defence Minister Rajnath Singh performed the bhoomipujan of the Rs 1,800 crore rail coach factory in Raisen.

रायसेन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1800 करोड़ की रेल कोच फैक्ट्री का भूमिपूजन किया.

Raisen Rail Coach Factory: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में रविवार को 1800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रेल कोच फैक्ट्री का भूमिपूजन किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उमरिया के दशहरा मैदान में ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण केंद्र का भूमिपूजन किया.

इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मौजूद रहे. वहीं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव वर्चुअली जुड़े.

‘5 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार’

उमरिया में 60 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर 1800 करोड़ रुपये की लागत से मेट्रो रेल कोच फैक्ट्री बनाई जाएगी. जिसमें वंदे भारत ट्रेन और मेट्रो के कोच तैयार किए जाएंगे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में रेल कोच फैक्ट्री बनना गौरव की बात है. इस रेल कोच फैक्ट्री से 5 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा.

‘मध्य प्रदेश को कुछ दिनों में लोग मॉडर्न प्रदेश कहेंगे’

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘इस रेल कोच के साथ रेल प्रोडक्ट्स का भी निर्माण होगा. 2 साल के अंदर ही फैक्ट्री जगमगाने लगेगी. कुछ दिनों में लोग मध्य प्रदेश को मॉडर्न प्रदेश कहेंगे.’

रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ‘भारत अब बदल रहा है. भारत ने दुनिया के टॉप 4 देशों में स्थान बना लिया है. सबसे तेजी से बढ़ता हुआ देश है. आज हम डैशिंग और डायनामिक अर्थव्यवस्था हो गए हैं. दुनिया की कोई ताकत भारत को विश्व की सबसे बड़ी शक्ति होने से नहीं रोक सकती है. रक्षा क्षेत्र में पहले हथियार और अन्य चीजें विदेशों में बनते थे और हम खरीदते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं होता है. अब हम रक्षा उपकरण दुनिया के देशों को एक्सपोर्ट कर रहे हैं. 2014 से पहले 600 करोड़ रुपये का डिफेंस आइटम एक्सपोर्ट होते थे. अब 24,000 करोड़ रुपये का डिफेंस आइटम एक्सपोर्ट कर रहे हैं.’

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