‘राहुल गांधी परंपरा से आए हैं योग्यता से नहीं’, सरेंडर वाले बयान पर मंत्री राकेश सिंह का पलटवार; CM मोहन यादव बोले- माफी मांगे कांग्रेस नेता
PM मोदी पर दिए गए बयान के बाद कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है.
MP News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री के सरेंडर करने वाले बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासत गरमा गई है. मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ये बेतुकी पार्टी के बेतुके नेता का बयान है. राहुल गांधी परंपरा से आए हैं, योग्यता से नहीं आए. देश और देश की सेना का अपमान करना उनका सबसे प्रिय विषय है. राहुल गांधी का ये बयान उनकी योग्यता के आधार पर आया है. राहुल गांधी ने अपने ही नेताओं को लंगड़े घोड़े की उपमाएं दी हैं. राहुल ने अपनी ही पार्टी का अपमान किया है. इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है. ये बहुत स्वाभाविक है.’
‘दादी मां की फोटो पर पुष्फ फेंककर चले गए’
वहीं राहुल गांधी के बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी निशाना सााधा है. मोहन यादव ने कहा, ‘राहुल गांधी पहले दादी मां की फोटो पर पुष्प फेंककर चले गए और फिर प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये बहुत निंदनीय है. नेता प्रतिपक्ष जैसे पद पर रहकर इस प्रकार का व्यवहार अशोभनीय है.
राहुल गांधी ने कहा था- PM मोदी सरेंडर हो गए
मंगलवार को भोपाल दौरे के दौरान राहुल गांधी ने RSS और BJP पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ सीजफायर को लेकर कहा था, ‘BJP-RSS वालों को मैं बहुत अच्छे से जानता हूं. इनको थोड़ा सा धक्का मारो तो ये लोग डरकर भाग जाते हैं. उधर से ट्रंप ने इशारा किया, कहा मोदी जी क्या कर रहे हो. जी हजूर करके मोदी जी सरेंडर हो गए. नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया. आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है. ये इनका कैरेक्टर है. कांग्रेस सरेंडर नहीं होती है. हमारे लोग सुपर पावर से लड़ने वाले लोग हैं. 1971 में इंदिरा गांधी जी ने कहा था कि मुझे जो करना है वही करूंगी.’
प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए बयान के बाद BJP भड़की
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की तरफ से सीजफायर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी के बाद बीजेपी हमलावर हो चुकी है. बीजेपी ने राहुल के बयान को सेना का अपमान बताया है. भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘राहुल गांधी ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का विवरण दिया है, उसे ‘सरेंडर’ से तुलना करना यह दर्शाता है कि यह मानसिकता कितनी खतरनाक हो सकती है. पहली बार राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है जिसे पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भी नहीं बोला, पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन ने भी नहीं बोला. इसमें से किसी ने ये शब्द नहीं बोले हैं कि भारत ने ‘सरेंडर’ किया है. इसके बावजूद यदि राहुल गांधी ऐसा कह रहे हैं तो मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वे उन लोगों से आगे जाना चाहते हैं? राहुल गांधी का ये बयान सेना का सरासर अपमान है. ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा सेना ने की है, भाजपा ने नहीं.’