MP-छत्तीसगढ़ के इन 6 जिलों में होगी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, बजेंगे हमले की चेतावनी वाले सायरन
मॉक ड्रिल
Civil Defence Mock Drill: केंद्र सरकार के निर्देश के बाद 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल होने वाली है. इन में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 6 जिले भी शामिल हैं. बुधवार को मध्य प्रदेश के 5 और छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हमले की चेतावनी वाले सायरन बजेंगे. इस मॉक ड्रिल के जरिए आम नागरिकों को युद्ध के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल
6 मई को गृह मंत्रालय में मॉक ड्रिल को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में राज्यों के मुख्य सचिव, सिविल डिफेंस चीफ समेत कई हाई रैंक ऑफिसर शामिल हुए. हाई लेवल मीटिंग में 7 मई को देश के 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का फैसला लिया गया.
MP के 5 जिलों में मॉक ड्रिल
7 मई को मध्य प्रदेश के 5 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होगी. इसमें भोपाल, जबलपुर, इंदौर, कटनी और ग्वालियर जिले शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में होगी मॉक ड्रिल
वहीं, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 7 मई को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होगी. इस दौरान आम नागरिकों को युद्ध के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल क्या है?
ये एक तरह का अभ्यास है जो आपदा या आपातकालीन स्थिति या युद्ध जैसी स्थिति में किया जाता है. इस दौरान नागरिक सुरक्षा के लिए तैयार रहने की गतिविधियां की जाती हैं. आकस्मिक स्थिति में नागरिकों सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए और अपने तथा अपने परिजनों की सुरक्षा सिखाया जाता है. केंद्र या राज्य सरकार के नियमों और निर्देशों के अंतर्गत ऐसा किया जाता है. अग्निशमन विभाग, पुलिस और चिकित्सा सेवाएं मॉक ड्रिल में भाग लेती हैं.
मॉक ड्रिल के लिए ये कदम उठाए जाएंगे
- हवाई हमले (एयर रेड) चेतावनी सायरन को सक्रिय किया जाएगा
- आम नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा, किसी तरह का हमला हो जाए, तो वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें.
- ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी यानी जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर दी जाएगी ताकि दुश्मन को कोई लक्ष्य ना दिखाई दे सके
- महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने की जल्दी व्यवस्था की जाएगी
- निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और इसके साथ हबी अभ्यास (रिहर्सल) भी कराया जाएगा