CM Mohan Yadav Exclusive: कृष्ण प्रेम पर बोले सीएम – कर्मकांड तक सीमित न रहें, उनके जीवन से शिक्षा लें

CM Mohan Yadav Exclusive: भगवान कृष्ण ने मनुष्य के रूप में जन्म लिया. सारे कष्ट झेले. संघर्षों में जीवन जीकर अपनी छवि प्रस्तुत की. हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी समसामयिक बातों को समाज में स्थापित कराएं
CM Mohan Yadav said that don't just perform rituals, implement Krishna's teachings in life

सीएम मोहन यादव ने कहा कि केवल कर्मकांड न करें, कृष्ण की शिक्षा को जीवन में उतारे

CM Mohan Yadav Exclusive: साल 2025 में मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने पहला इंटरव्यू विस्तार न्यूज़ (Vistaar News) को दिया. इस इंटरव्यू (Interview) में सीएम ने प्रदेश से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की. प्रदेश में युवाओं के लिए नौकरियां, धार्मिक नगरियों में शराबबंदी, परिवहन विभाग में सुधार, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के जरिए प्रदेश को मिल रहा निवेश और एक साल में सरकार की क्या उपलब्धियां रही समेत कई विषयों में बात की और प्रश्नों के उत्तर दिए.

विस्तार न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ ब्रजेश राजपूत ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछे. इसके साथ ही दूसरे साथियों ने भी सवाल पूछे. हमारे साथी सुमित शर्मा ने सीएम से कृष्ण प्रेम और कृष्ण जन्मभूमि को लेकर सवाल पूछे.

सवाल- आप पहले ऐसे यादव नेता हैं जो कृष्ण जन्मभूमि की बात करते हैं?

जवाब- मैं भगवान राम और कृष्ण की बात देश और प्रदेश में करता हूं तो उसे जाति से नहीं जोड़ना चाहिए. भगवान राम और कृष्ण के अवतार हैं. ये सब जानते हैं. भगवान कृष्ण ने मनुष्य के रूप में जन्म लिया. सारे कष्ट झेले. संघर्षों में जीवन जीकर अपनी छवि प्रस्तुत की. हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी समसामयिक बातों को समाज में स्थापित कराएं. मैं किसी नेता की बात नहीं करता. मैं ये क्यों कर रहा हूं, ये बता सकता हूं.

सीएम ने आगे कहा कि भगवान कृष्ण गोकुल से आए मथुरा में कंस का वध किया. ये अच्छी बात थी कि सत्ता परिवर्तन कर दिया. ये दुनिया का पहला सत्ता परिवर्तन था. भगवान कृष्ण कुर्सी पर नहीं बैठे बल्कि गणतंत्र को स्थापित किया. कुर्सी पर उग्रसेन महाराजा को बैठाया. शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश आए. आज के युवाओं को शिक्षा की महत्ता बताना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि केवल कर्म-कांड तक सीमित न रहें. उनके जीवन की शिक्षा को जीवन में उतारें.

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सवाल- एक नारा बहुत प्रसिद्ध हो रहा है गीता, गंगा, गोमाता. कौन हमारा भाग्य विधाता.

जवाब- मैं गीता की बात करता हूं. गीता जयंती मनवाता हूं. गूगल सर्च इंजन पर किसी किताब के बारे में सर्च करेंगे तो गीता का नाम आता है. जब गीता को इतने लोग पढ़ना चाहते हैं. समझना चाहते हैं. आइंस्टीन से लेकर बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी इसे समझ रहे हैं.

सीएम ने आगे कहा कि परमाणु बम आइवनहाइजर ने बनाया. बम के विस्फोट से हजारों लोग मारे गए तो उसे पश्चाताप हुआ. उसे आत्मग्लानि हो गई. अर्धविक्षप्ति अवस्था में अपने किसी परिचित के पास गया. उसने कहा कि तुम संस्कृत सीखो और गीता पढ़ो. तब उसे कर्मवाद का ज्ञान हुआ.

इसके साथ ही सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश की सारी नदियां गंगा से जुड़ी हुई हैं. शिप्रा का जल चंबल में जा रहा है. चंबल का पानी यमुना में जा रहा है. इसके बाद यमुना गंगा में मिल रही है.

सवाल- कांग्रेस कहते है कि सीएम धार्मिक बातें ज्यादा करते हैं?

जवाब- उन्हें अधार्मिक बात में आनंद क्यों आता है. उन्हें अधर्म में मजा आता है क्या?

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