Cough Syrup Case: कफ सिरप मामले में 5वीं गिरफ्तारी, SIT ने श्रेसन फार्मा की केमिकल एनालिस्ट को तमिलनाडु से किया गिरफ्तार
कोल्ड्रिफ कफ सिरप (फाइल तस्वीर)
Cough Syrup Case: कफ सिरप मामले में लगातार स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की कार्रवाई जारी है. SIT ने तमिलनाडु के कांचीपुरम से कोल्ड्रिफ कफ सिरप (Coldrif Cough Syrup) बनाने वाली कंपनी श्रेसन फार्मा की केमिकल एनालिस्ट को गिरफ्तार किया है. केमिकल एनालिस्ट के पास से कंपनी के महत्वपूर्व दस्तावेज बरामद किए गए हैं. अब तक इस मामले में 24 बच्चों की मौत हो चुकी है.
मामले में अब तक 5वीं गिरफ्तारी
कफ सिरप मामले में अब तक 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एसआईटी ने श्रेसन फार्मा के मालिक जी रंगनाथन को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से गिरफ्तार किया था. रंगनाथन को ट्रांजिट रिमांड पर छिंदवाड़ा लाया गया. उसे परासिया कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने उसे 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. इसके अलावा पुलिस ने परासिया में अपना मेडिकल स्टोर चलाने वाले फार्मासिस्ट सौरभ जैन, न्यू अपना फार्मा के राजेश सोनी और पर्चा लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया है.
कंपनी से 10 फीसदी लेने का आरोप
डॉक्टर प्रवीण सोनी पर आरोप है कि वह श्रेसन फार्मा से 10 फीसदी कमीशन लेता था. जांच में सामने आया कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप की कीमत 89.10 रुपये थी. इस सिरप का 10 फीसदी कमीशन डॉक्टर को मिलता था, यानी करीब 9 रुपये डॉक्टर के खाते में जाते थे. बताया जा रहा है कि पुलिस पूछताछ में डॉक्टर ने इसे कबूल कर लिया है.
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DEG की मात्रा तय मानक से ज्यादा
जांच के दौरान ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की मात्रा तय मानक से 48.6 फीसदी ज्यादा पाई गई, जो 0.1 फीसदी होनी चाहिए थी. इस कफ सिरप को पीने से बच्चों की किडनी फेल हुई और मध्य प्रदेश में 25 बच्चों की मौत हो गई. मध्य प्रदेश सरकार ने कोल्ड्रिफ के अलावा रिलाइफ और रेस्पीफ्रेश टीआर सिरप पर बैन लगाया है.