जिस पत्नी को बनाया विधायक उसी ने तोड़ा रिश्ता, कोर्ट में छलका दिव्यांग पति का दर्द

MP News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले की पथरिया विधानसभा सीट से पूर्व BJP विधायक सोना बाई अहिरवाल की जिंदगी अब राजनीति से कोर्ट रूम तक पहुंच गई है. उनके दिव्यांग पति का आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी को विधायक बनाने के लिए मेहनत की और अब उन्होंने ही रिश्ता तोड़ दिया है.
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पूर्व विधायक के पति ने लगाई गुहार

MP News: मध्य प्रदेश का दमोह जिला एक इतना गजब है कि हमेशा सुर्खियां बटोरता रहता है. अब इस जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो पथरिया विधानसभा सीट से पूर्व BJP विधायक सोना बाई अहिरवार से जुड़ा हुआ है. उनकी जिंदगी अब राजनीतिक गलियारों से कोर्ट रूम तक पहुंच गई है. पूर्व MLA सोना बाई अहिरवार के दिव्यांग पति ने उनके खिलाफ बेवफाई के आरोप लगाए हैं. साथ ही गुहार लगाते हुए कोर्ट से गुजारे भत्ते की मांग भी की है.

पूर्व विधायक के पति ने लगाई कोर्ट में अर्जी

दमोह जिले की पथरिया विधानसभा से पूर्व BJP विधायक सोना बाई अहिरवार के पति सेवक राम ने जिला कुटुंब न्यायालय में 25 हजार रुपये मासिक गुजारा भत्ता की मांग की है. उन्होंने कोर्ट में गुहार लगाते हुए अपनी पत्नी पर बेवफाई के गंभीर आरोप लगाए हैं.

पत्नी को विधायक बनाने के लिए की थी मेहनत

पूर्व विधायक के दिव्यांग पति सेवक राम ने बताया कि शादी के बाद सबकुछ ठीक था. जब सोना बाई ने राजनीति में आने की इच्छा जताई, तो उन्होंने उनका पूरा साथ दिया. स्थानीय स्तर पर छोटी-मोटी राजनीति में सक्रिय सेवक ने दमोह से लेकर भोपाल और दिल्ली तक पत्नी को पहचान दिलाने के लिए मेहनत की. उनकी कोशिश रंग लाई और 2003 में सोना बाई को BJP ने टिकट दिया, जिसके बाद सोना बाई विधायक बनीं. उस समय उमा भारती के नेतृत्व में BJP की सरकार बनी थी.

विधायक बनने के बाद बदला व्यवहार

सेवक राम ने बताया कि विधायक बनने के बाद सोना बाई का व्यवहार बदल गया. बड़े नेताओं से संपर्क बढ़ने के बाद वे पति के प्रति उदासीन हो गईं. साल 2008 में पथरिया सीट के अनारक्षित होने के कारण सोना बाई को दोबारा टिकट नहीं मिला और BJP ने तत्कालीन सांसद डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया को टिकट दिया, जो जीतकर शिवराज सरकार में मंत्री बने.

2009 में पत्नी ने छोड़ा साथ

सेवक राम ने बताया कि 2009 में सोना बाई ने उनका साथ छोड़ दिया और बिना तलाक के सागर में रहने लगीं. वे दमोह में राजनीति में सक्रिय हैं और सागर में मकान, जमीन, गाड़ी और सरकारी पेंशन के साथ आरामदायक जीवन जी रही हैं. दूसरी ओर, सेवक राम के सामने जीवन यापन की समस्या है.

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दिव्यांग पति ने मांगा गुजारा भत्ता

पूर्व विधायक के दिव्यांग पति सेवक राम ने अब फैमिली कोर्ट में अर्जी दाखिल कर पत्नी से हर माह 25 हजार रुपए गुजारा भत्ता की मांग की है. उनके वकील नितिन मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने अर्जी स्वीकार कर ली है और जल्द ही सोना बाई को नोटिस जारी कर तलब किया जाएगा. सुनवाई के बाद कोर्ट इस मामले में फैसला देगा.

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