Vindhya Vistaar Samman 2024: डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल बोले- मैं विवादों में नहीं फंसता, मेरा ध्यान विकास पर होता है ‘अर्जुन’ की तरह
Vindhya Vistaar Samman 2024: विंध्य मध्य प्रदेश और देश का ग्रोथ इंजन है. विकास की उड़ान भर रहा विंध्य हमेशा से लोगों के बीच चर्चाओं में रहा है. विंध्याचल पर्वत की गोद में बसा मध्य प्रदेश का विंध्य क्षेत्र अपनी नैसर्गिक सुंदरता के साथ- साथ थर्मल पावर, खनिज संपदा और परंपरा के लिए जाना जाता रहा है. अब यह क्षेत्र विकास की तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है. विंध्य की इस तेज रफ्तार की उड़ान पर चर्चा के लिए रीवा में ‘विंध्य की उड़ान’ और ‘विंध्य विस्तार सम्मान 2024’ का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल शामिल हुए. एग्जीक्यूटिव एडिटर ज्ञानेंद्र तिवारी ने डिप्टी सीएम से बात की.
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि ये सफेद बाघों की धरती है. 46 सालों से ये सफेद बाघ नहीं थे. हमने कहना कभी नहीं छोड़ा, लगता था कि कोई पूछ न दे कहां सफेद बाघ. लेकिन अब डंके की चोट पर कहते हैं कि रीवा सफेद बाघ की धरती है.
मुझे केवल विकास दिखता है- डिप्टी सीएम
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विवादित विषयों में रहने से एनर्जी खत्म होती है. विवादित मामलों में फंसने से काम कम हो पाता है. हमारे पास समय कम होता है. काम ज्यादा करना होता है. लोगों की बहुत ज्यादा अपेक्षा हैं विधायकों से, सांसद से और सरकारों से. विवादों में फंसने से ज्यादा काम नहीं किया जा सकता है इसलिए मैं ऐसी किसी काम नहीं फंसता विवादों से घिरा हो. जैसे महाभारत में अर्जुन को मछली की आंख दिखती है वैसे ही मुझे विंध्य का विकास दिखता है.
‘लक्ष्य सही है तो बाधा नहीं आती’
डिप्टी सीएम ने विकास में आने वाली बाधा को लेकर कहा कि आपका लक्ष्य सही है और दिशा निश्चित है बाधा को दूर करके आगे बढ़ा जा सकता है. टाइगर सफारी, एयरपोर्ट वगैरह बनवाने में कोई अड़चन आई. एयरपोर्ट बनवाने में 12 साल लग गए. आज विंध्य उड़ान भर रहा है.
‘बीजेपी सरकार में कोई प्रयास से मंत्री नहीं बनता’
सरकार में मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि बीजेपी की सरकार में कोई भी प्रयास मंत्री नहीं बनता. यहां दूरबीन लगी हुई है हर एक काम देखा जाता है. काम देखकर ही प्रभार मिलता. हम लोगों अच्छा जीवन देना चाहते हैं. हम तीन क्रांति हरित क्रांति, औद्योगिक क्रांति और पर्यटन क्रांति लाना चाहते हैं. जहां ये तीनों क्रांति आती है वहां गरीबी और बेरोजगारी दूरबीन से भी ढूंढने से नहीं मिलती है.