‘बंटेंगे तो कटेंगे! हिंदू एकता यही हमारा नारा है’… नारे के साथ पद यात्रा पर निकले Dhirendra Shastri, कड़ी सुरक्षा तैनात
Dhirendra Shastri: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 160 KM लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू हो चुकी है. यात्रा की शुरुआत से पहले इसमें शामिल होने उमड़े जनसैलाब को बागेश्वर बाबा (पंडित धीरेंद्र शास्त्री) ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि जातियों मे बंटेंगे तो निश्चित रूप से कटेंगे इसलिए ये प्रण लिया है की हिंदुओ को एक करेंगे. पदयात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
सनातन हिंदू एकता की शुरुआत
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 160 किलोमीटर की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा की शुरुआत आज 21 नवंबर से शुरू हो गई है. यात्रा की शुरुआत गुरुवार को बागेश्वर धाम से सुबह 11:15 बजे हुई ,जो ओरछा तक जाएगी. इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग बागेश्वर धाम पहुंचे है.
‘बंटेंगे तो कटेंगे! हिंदू एकता यही हमारा नारा है’
बागेश्वर धाम में यात्रा का उद्घाटन देश के प्रसिद्ध संतों की उपस्थिति में हुआ. इसके बाद ध्वजारोहण हुआ. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यात्रा में शामिल होने पहुंचे लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा- ये बजरंगबली के भक्तों की भक्ति का उबाल है. यह हिंदुओं की जागृति का उबाल है. हमें बजरंगबली की कृपा पर भरोसा है . आज हमें हिंदुओं पर भी भरोसा बढ़ रहा है. जब एक आवाज में हिंदू एक दिन धर्म विरोधियों के खिलाफ सड़कों पर उतर जाएंगे उसी दिन इस देश में हिंदुओं पर होने वाला अत्याचार बंद हो जाएगा.’
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- ‘यात्रा में आई लोगों की भीड़ नहीं है ये हमारे परिवार के सदस्य हैं . बागेश्वर धाम पर ये मेला रोज लगता है , शनिवार और रविवार को यहा भक्तों का तांता लगा रहता है. जातियों मे बंटेंगे तो निश्चित रूप से कटेंगे इसलिए ये प्रण लिया है की हिंदुओं को एक करेंगे. जाति भेदभाव को जड़ से मिटाना ही यही इस यात्रा का उदेश्य है.’
सुरक्षा के कड़े इंतजाम ,चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
इस पदयात्रा में यूपी और मध्य प्रदेश सरकार की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं. चार दिनों तक यह पदयात्रा छतरपुर में ही रहेगी. छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि PHQ और सागर से 600 पुलिस जवान भेजे गए हैं. इसके अलावा 600 पुलिस जवान भेजे गए हैं.
9 दिनों की इस पदयात्रा के दौरान 8 पड़ाव निर्धारित किए गए हैं. यह यात्रा 29 नवंबर को राजा राम की नगरी ओरछा में समाप्त होगी.