राज्यसभा नहीं जाएंगे दिग्विजय सिंह! कांग्रेस का नियम बताते हुए कहा- नए लोगों को मौका मिले
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह
MP News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इंडिया टुडे के एक पॉडकास्ट में अपने राजनीतिक करियर को लेकर बड़ा बयान दिया है. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका इरादा अब सक्रिय चुनावी राजनीति से पीछे हटकर संगठन में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है. उन्होंने कहा कि पिछला चुनाव उन्होंने लोकसभा की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लड़ा था, पर अब 78 वर्ष की उम्र में वे मानते हैं कि पार्टी में नए नेतृत्व को सामने आने का अवसर दिया जाना चाहिए.
राज्ययसभा उम्मीदवारी पर बोले – दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस में राज्यसभा की उम्मीदवारी व्यक्तिगत प्रस्तावों के माध्यम से तय होती है और उनकी राय में किसी भी सांसद को लगातार दो बार राज्यसभा की सीट नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने माना कि यह व्यवस्था न सिर्फ संगठन को नई ऊर्जा देती है बल्कि पार्टी को नए विचारों और सक्रिय नेतृत्व का लाभ भी मिलता है. उन्होंने कहा कि वे इस फैसले से पूरी तरह खुश हैं और इसे सकारात्मक बदलाव के तौर पर देखते हैं. इंटरव्यू के दौरान दिग्विजय सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि उनके पास आगे के लिए एक प्लान तैयार है. हालांकि उन्होंने उस योजना की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है.
लोकसभा चुनाव लड़ने से किया था इंकार
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. राजगढ़ के खिलचीपुर में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनके चुनाव लड़ने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता, क्योंकि वे वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल अभी दो साल से अधिक बचा हुआ है.
राजगढ़ से 2024 लोकसभा हार गए थे दिग्विजय सिंह
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने हाल ही में राजगढ़ लोकसभा से 2024 में चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा उम्मीदवार रोडमल नागर से करीब 1 लाख 45 हजार वोटों से पराजित हुए थे. बता दें कि दिग्विजय सिंह का प्रभाव वाला राघौगढ़ इलाका राजगढ़ लोकसभा सीट में आता है और उन्हें 2020 में राज्यसभा भेजा गया था. लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कहा कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार किसे बनाया जाएगा, यह फैसला कांग्रेस पार्टी ही करेगी. वर्तमान में मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
ये भी पढे़ं- मध्य प्रदेश में राहुल गांधी का ‘SIR हाइड्रोजन बम’ नहीं चला, कांग्रेस ने BLA की लिस्ट बनाई लेकिन फील्ड पर नहीं उतरे!