दिवाली पर साधना सिंह ने बहुओं को सिखाया ‘माढ़ना’, शिवराज सिंह चौहान बोले- भारतीय संस्कृति, संस्कार और परंपराएं अद्भुत हैं

Diwali 2025: सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो के साथ कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि भारतीय संस्कृति, संस्कार, परंपराएं जीवन मूल्य अद्भुत हैं. वर्तमान युग में इनकी आवश्यकता और भी बढ़ गई है. मुझे गर्व और प्रसन्नता है कि हमारा परिवार आज भी पूरी निष्ठा के साथ इनका निर्वहन कर रहा है
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दिवाली पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह ने बनाया 'माढ़ना'

Diwali 2025: हिंदू धर्म में दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. लोग दीये जलाकर, रंगोली बनाकर, घरों को सजाकर और मिठाइयां बांटकर एक-दूसरों को शुभकामानाएं देते हैं. भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस त्योहार के लिए लोक कला और संस्कृति है. मध्य प्रदेश में भी लोग विभिन्न परंपराओं को निभाते हैं. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पर दीवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया है. इस मौके पर केंद्रीय की पत्नी साधना सिंह ने अपनी दोनों बहुओं को ‘माढ़ना’ बनाना सिखाया.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक वीडियो शेयर किया, इसमें उनकी पत्नी साधना सिंह ‘माढ़ना’ बनाते हुए दिख रही हैं. उनके साथ दोनों बहुएं अमानत और रिद्धि भी हैं. इस वीडियो में ब्रश से ‘माढ़ना’ में रंग भरते नजर आ रही है. इसके साथ ही बहुओं को सिखा रही है कि किस तरह ‘माढ़ना’ बनाया जाता है. अमानत और रिद्धि से पूछ रही है कि ये हमारी परंपरा है, इसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी आप दोनों की है. इस सवाल के जवाब में दोनों हां में जवाब देती हैं. इसके साथ ही तीनों ने दीवाली की शुभकामनाएं दीं.

‘भारतीय संस्कार, संस्कृति, परंपराएं अद्भुत है’

सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो के साथ कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि भारतीय संस्कृति, संस्कार, परंपराएं जीवन मूल्य अद्भुत हैं. वर्तमान युग में इनकी आवश्यकता और भी बढ़ गई है. मुझे गर्व और प्रसन्नता है कि हमारा परिवार आज भी पूरी निष्ठा के साथ इनका निर्वहन कर रहा है.

उन्होंने आगे लिखा कि आज (20 अक्टूबर) दीपावली के अवसर पर मेरी धर्मपत्नी साधना ने माढ़ना’ माढ़ा और मेरी दोनों बेटियां अमानत और रिद्धि सहयोगी बनी. यह दृश्य देखकर मैं अभिभूत हो गया. हमारी परंपराएं एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित हों, यह आज के समय की जरूरत है.

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क्या है माढ़ना कला?

‘माढ़ना’ पारंपरिक लोक कला है जिसमें घरों की दीवार और फर्शों पर गेरू (लाल मिट्टी) और चूने से ज्यामितीय और दूसरी आकृतियां बनाई जाती हैं. इसे दीवाली, होली और दूसरे महत्वपूर्ण अवसर पर बनाया जाता है. इसके एक पीढ़ी से दूसरे में ट्रांसफर किया जाता है.

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