क्या MP नकली नोटों के गिरोह का गढ़ बन रहा? 3 जिलों में छापेमारी के दौरान फिर कई आरोपी गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में नकली नोटों के कारोबार पर पुलिस की छापेमारी.
MP News: मध्य प्रदेश पुलिस ने नकली करेंसी फैला रहे गिरोहों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भोपाल, खंडवा और रतलाम में छापेमार अभियान चलाया है. तीनों जिलों में अलग-अलग मामलों में नकली नोट छापने और उन्हें बाजार में खपाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बरामद नकली नोटों की कुल कीमत लाखों में बताई जा रही है.
घर से बरामद हुआ नकली नोटों का जखीरा
राजधानी भोपाल में पुलिस ने एक युवक जिसका नाम विवेक यादव है, उसके घर से नकली नोटों का जखीरा बरामद किया. आरोपी अपने कमरे में प्रिंटर और स्कैनर की मदद से 500-500 के नोट छाप रहा था. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी पिछले एक साल में लगभग 6 लाख रुपये के नकली नोट बाजार में खपा चुका था. मौके से पुलिस ने 2 लाख रुपये से अधिक के तैयार नकली नोट और मशीनें जब्त की.
पकड़ने जाने पर कहा- एक लाख लेकर छोड़ दो
आरोपी भोपाल के पिपलानी इलाके में शांति नगर की छोटी-छोटी दुकानों पर 500 रु के नकली नोट देता था. बदले में सिर्फ 20 या 50 रुपये की चीज खरीदता था, जिससे उसके पास असली नोट आ जाते थे. दुकानदारों की सूझबूझ से आरोपी पकड़ा गया, आरोपी ने लोगों से कहा मैं एक लाख रुपये दूंगा मुझे छोड़ दो, आरोपी का वीडियो भी बनाया गया. आरोपी विवेक यादव 10 साल प्रिंटिंग प्रेस में काम कर चुका है और जर्मन किताबें पढ़कर साथ ही यूट्यूब पर वीडियो देखकर वीडियो बना रह था.
इस मामले को लेकर भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण मिश्र ने कहा कि आरोपी ने कई वीडियो देखकर नकली नोट बनाना सीखा. वहीं इसका किसी गिरोह से कोई संबंध है या नहीं इसकी जांच कर रहे है .
मदरसे से 19 लाख के नकली नोट बरामद
खंडवा में पुलिस ने एक मदरसे में छापेमार कार्रवाई करते हुए करीब 19 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए. जांच में पता चला कि नोट अलग-अलग राज्यों में सप्लाई किए जा रहे थे. पुलिस ने प्रिंटिंग सामग्री, कागज और अधूरे नोट भी जब्त किए हैं. इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
वहीं रतलाम में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया, जो ट्रेन और बस स्टैंड इलाकों में नकली 200 और 500 के नोट चलाने की कोशिश कर रहे थे. तलाशी में आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में नकली नोट बरामद हुए. पुलिस के अनुसार, दोनों किसी बाहरी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं और उनसे पूछताछ के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है.
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नेटवर्क का भंडाफोड़
तीनों जिलों की कार्रवाई के बाद पुलिस को शक है कि नकली नोटों का यह नेटवर्क एक-दूसरे से जुड़ा हो सकता है. मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को भी सौंपने की तैयारी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही बड़ी साजिश का खुलासा हो सकता है.
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