साल 2024 में Gwalior में दर्ज हुए रिकॉर्ड साइबर अपराध, 4 हजार से ज्यादा मामले आए सामने, ठगों ने लोगों से लूटे 12 करोड़ रुपये

MP News: ग्वालियर में साल 2024 में साइबर फ्रॉड के 4 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. जिनमें इन ठगों ने लगभग 12 करोड़ रुपये से अधिक ठग लिये
More than 4 thousand cases of cyber fraud will be registered in the year 2024

कॉन्सेप्ट फोटो

MP News: साल 2024 हमसे अलविदा कहने वाला है लेकिन इस साल कई ऐसी घटनाएं हुई जो हमेशा चर्चा में रहेगी. ग्वालियर में कई ऐसी घटनाएं हुईं जिनसे लोगों में डर बैठा है. साल 2024 साइबर अपराधों के नाम रहा. इन साइबर अपराधियों ने साइबर फ्रॉड के जरिए ग्वालियर में इस साल लगभग 12 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है. जिसमें कई परिवार ऐसे हैं जिनकी पूरे जीवन की जमा संपत्ति को ही ऐंठ ली गई.

साल 2024 में 4 हजार से ज्यादा मामले सामने आए

डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड के मामले सरकार और समाज दोनों के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की मेहनत की कमाई चंद मिनटों में उड़ा देते हैं. यह लगातार बढ़ रही है. साइबर फ्रॉड के मामले पुलिस के लिए चुनौती और चैलेंज बने हुए हैं. ग्वालियर में साल 2024 में साइबर फ्रॉड के 4 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. जिनमें इन ठगों ने लगभग 12 करोड़ रुपये से अधिक ठग लिये.

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वहीं ग्वालियर में अबकी बार सबसे ज्यादा मोटी रकम इन ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के जरिए अपने खाते में ट्रांसफर करवायी. कई ऐसे परिवार हैं जिन्होंने पूरे जीवन की जमा पूंजी डिजिटल अरेस्ट के जरिए गवां दी. ऐसे में पुलिस भी लगातार ठगी की गई रकम को वापस लाने और इन आरोपियों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. लेकिन यह साइबर ठग हर बार पुलिस को चकमा देकर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं.

इन मामलों ने लोगों को चौंकाया

पहला मामला: डॉ सुजाता बापट से डिजिटल लुटेरों ने पुलिस बनकर वीडियो कॉल किया था. उन पर मानव तस्करी का आरोप लगाया. उन्हें 21 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखकर 38 लाख रुपये ऐंठ लिए थे. उन्हें बाद में मालूम चला कि उनके साथ ठगी हुई है. वह काफी डर गई थीं. अब इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है. पुलिस को अभी तक इसमें किसी भी तरह की कोई सफलता हासिल नहीं हुई है.

दूसरा मामला: मार्च महीने में सीपी कॉलोनी में रहने वाली रिटायर्ड शिक्षका आशा भटनागर को साइबर क्रिमिनल ने मुंबई पुलिस बनकर धमकाया था. उनके खिलाफ अश्लील फोटो पोस्ट करने की 25 FIR दर्ज है. उन्हें जेल भेजने की धमकी देकर बदमाशों ने उनके बैंक में जमा 54 लाख रुपये ऑनलाइन लूट लिए थे. इनमें से पुलिस को कुछ सफलता मिली और 16 लाख रुपये वापस दिला दिए हैं.

तीसरा मामला: ग्वालियर के डबरा में ठगों ने 13 जुलाई को पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल किया. आपका बेटा गैंगरेप में पकड़ा है उसे जेल की धमकी देकर एक लाख 80 हजार रुपये लूट लिए थे.

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चौथा मामला: आयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेश कुमार शुक्ला को डिजिटल अरेस्ट कर 21 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए थे. डॉक्टर को 18 घंटे तक घर में ही डिजिटल अरेस्ट करके रखा और उसके बाद उसके रिश्तेदारों ने मुक्त कराया.

पांचवां मामला: 6 दिसंबर को ग्वालियर में 48 घंटे में 5 डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं सामने आईं. जिसमें अलग-अलग दंपतियों को 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा था. अच्छी बात ये रही कि लोगों ने सही समय पर पुलिस को सूचना दी. ठग के शिकार बनने से बच गए.

वही लगातार बढ़ रहे इन साइबर अपराधों को लेकर पुलिस भी काफी चिंतित है. यह साइबर ठग अलग-अलग माध्यम से लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. ग्वालियर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह का कहना है कि 2024 में साइबर अपराधों में लगातार तेजी आई है. अभी ठगी के मामले भी बढ़े हैं लेकिन पुलिस लगातार लोगों को जागरुक कर रही है. अभी से कैसे बचा जाए उसको लेकर भी अभियान चला रही है.

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