Gwalior: सड़क हादसे पर हुई हाईलेवल मीटिंग, 5 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, हैदराबाद और बेंगलुरु के एक्सपर्ट संभालेंगे जिम्मा
ग्वालियर में ट्रैफिक सुधार के लिए हैदराबाद, बेंगलुरु के एक्सपर्ट संभालेंगे जिम्मा
MP News: ग्वालियर मध्य प्रदेश का चौथा सबसे बड़ा शहर है. शहर में लगातार वाहनों की संख्या बढ़ रही है. इससे ट्रैफिक व्यवस्था, अव्यवस्था में बदल रही है. बदहाल होती ट्रैफिक व्यवस्था के कारण हर दिन औसतन 5 सड़क हादसे हो रहे हैं. जिसमें हर रोज एक मौत होती है.
रोजाना सड़कों पर लग रहा जाम
शहर में वाहनों की संख्या बढ़ने से मुख्य सड़कों और बाजारों में जाम लग रहा है. बढ़ते सड़क हादसे चिंता का विषय बन गए है. इसी को लेकर गुरुवार को एक बड़ी बैठक आयोजित की गयी है. सांसद भारत सिंह कुशवाह की अध्यक्षता में ये बैठक हुई. इसमें कलेक्टर, एसपी और नगर निगम के अधिकारी भी शामिल हुए. बैठक में सबसे पहले शहर की ट्रैफिक व्यवस्था कैसे दुरुस्त हो और कैसे निजात मिले, इस पर चर्चा हुई. उसके बाद ब्लैक स्पॉट पर पुलिस अधिकारी विशेषज्ञों के साथ मिलकर सर्वे करने का फैसला लिया गया है. जिससे यहां शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सही करने और हादसों के कारणों को रोकने के लिए प्लानिंग की जाएगी.
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शहर में 5 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए
शहर में 5 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. इन 5 ब्लैक स्पॉट पर पिछले 3 साल में 70 लोगों की दर्दनाक मौत हुई. जबकि 280 से ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं. पुरानी छावनी और जोरासी घाटी सबसे खतरनाक ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित हुए हैं. यहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. इसके चलते पुलिस अधिकारी पहले चरण में इन्हीं दो स्पॉट पर जाकर सर्वे कराएंगे और खामियां निकालेंगे.
हैदराबाद, बेंगलुरु के एक्सपर्ट्स संभालेंगे जिम्मा
शहर में बिगड़ती ट्रैफिक समस्या को सुधारने के लिए एक्सपर्ट की मदद ली जाएंगी. ये एक्सपर्ट इंजीनियर हैदराबाद, बेंगलुरु और गुजरात से आएंगे. एक्सपर्ट्स सड़कों में ट्रैफिक इंजीनियरिंग से जुड़ी तमाम खामियां निकालेंगे. सांसद के मुताबिक कई बार इन खामियों की वजह से सड़क हादसे भी हो रहे हैं. इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई है. इसी को देखते हुए प्रयास किया जा रहा है.