हरदा में बवाल: करणी सेना पर पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन चलाकर 24 घंटे बाद बंद कराया धरना, जानें पूरा मामला
हरदा में बवाल
Harda News: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में बवाल हो गया है. शहर में करीब 24 घंटे से करणी सेना के कार्यकर्ता सड़क घेराव कर बैठे हुए थे. रविवार को पुलिस ने आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन छोड़कर बलपूर्वक धरना हटाया. इस दौरान करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर समेत 50 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, चलाया वाटर कैनन
करणी सेना के अध्यक्ष सहित 5 लोगो की गिरफ्तारी के विरोध में करणी सेना और सर्व समाज ने सड़क रोककर जाम की हुई थी. कार्यकर्ता करीब 24 घंटे तक गिरफ्तार साथियों को रिहा करने की मांग को लेकर धरना देते रहे, जिसके बाद रविवार को पुलिस ने आंसू गैसे के गोले और वाटर कैनन चलाकर धरना बंद करवाया.
शनिवार को पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए शनिवार कोसिटी कोतवाली में विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर करणी सेना के जिला अध्यक्ष सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. इसके विरोध में करणी सेना और सर्व समाज के कार्यकर्ताओं ने बायपास चौराहे पर जाम लगा दिया था. करणी सेना की मांग है कि उनके गिरफ्तार किए साथियों को अभी छोड़ा जाए और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए.
जानें पूरा मामला
पूरा मामला हरदा जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां करणी सेना के नेता आशीष राजपूत ने विक्की उर्फ विकास लोधी, मोहित वर्मा और उमेश तपानिया पर 18 लाख रुपए के हीरे की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. आशीष ने पंडित की सलाह पर 1.52 कैरेट का हीरा खरीदने का फैसला किया था. हीरा खरीदने के लिए मोहित वर्मा ने आशीष की मुलाकात इंदौर में उमेश तपानिया से कराई.
उमेश ने आनंद ज्वेलर्स से हीरा चेक कराकर सौदा तय करवाया. आशीष ने इसके लिए 16.79 लाख रुपए कैश और दो अलग-अलग ट्रांजेक्शन में 70 हजार रुपए का भुगतान किया. कुछ समय बाद आरोपियों ने हीरे की कीमत बढ़ने का बहाना बनाकर आशीष से दोबारा संपर्क किया. वे उन्हें इंदौर से मुंबई ले गए और वहां हीरा चेक कराने के नाम पर नकली हीरा थमा दिया. धोखाधड़ी का पता चलने पर आशीष ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई.
कोर्ट में चालान पेश करने के दौरान हंगामा
सिटी कोतवाली थाना टीआई प्रह्लाद सिंह मर्सकोले ने बताया कि यह धोखाधड़ी का मामला अक्टूबर 2024 का है. पुलिस को इस मामले में आरोपी मोहित वर्मा को इंदौर से लाकर कोर्ट में चालान पेश करना था. इस दौरान करणी सेना के करीब 40 कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और मांग करने लगे कि आरोपी को उनके हवाले किया जाए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.
जांच और कार्रवाई जारी
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है. आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है और कोर्ट में चलान पेश होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.