MP News: यूनियन कार्बाइड के कचरे के निपटान पर हाई कोर्ट में 18 फरवरी को होगी सुनवाई, इंदौर और धार कलेक्टर से मांगी गई रिपोर्ट

MP News: 1 जनवरी 2025 की रात में 12 कंटेनर में 337 मीट्रिक टन कचरा पीथमपुर पहुंचाया गया था. इसके लिए 250 किमी लंबा ग्रीन कोरिडोर बनाया गया था
MP High Court

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट

MP News: यूनियन कार्बाइड (Union Carbide) का जहरीला कचरा धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया (Pithampur Industrial Area) की एक कंपनी में नष्ट किया जाना है. इसे लेकर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. इस याचिका पर अब अगली सुनवाई 18 फरवरी को होगी. 6 जनवरी को हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने सुनवाई करते हुए अगली तारीख दी थी.

धार और इंदौर कलेक्टर से मांगी गई जानकारी

मध्य प्रदेश सरकार को कोर्ट में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के निपटारे के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट पेश करनी है. इसके साथ ही इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा से प्रोग्रेस रिपोर्ट 14 फरवरी तक मांगी है. इसके साथ ही पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड से भी 14 फरवरी तक रिपोर्ट मांगी गई है.

337 मीट्रिक टन कचरे का निपटान होना है

भोपाल की यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे का निपटान धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया की रामको एनवाइरी में किया जाएगा. ये कचरा करीब 337 मीट्रिक टन है. इसके निपटारे के लिए हाई कोर्ट ने ही निर्देश दिया है.

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12 कंटेनर से पीथमपुर पहुंचाया गया था कचरा

1 जनवरी 2025 की रात में 12 कंटेनर में 337 मीट्रिक टन कचरा पीथमपुर पहुंचाया गया था. इसके लिए 250 किमी लंबा ग्रीन कोरिडोर बनाया गया था. इसके साथ ही सुरक्षा मानकों का इस्तेमाल किया गया था. रामकी एनवाइरी में दस साल पहले भी करीब 10 टन कचरा नष्ट किया जा चुका है.

स्थानीय जनता ने किया था विरोध

पीथमपुर में जहरीले कचरे को नष्ट करने को लेकर जनता ने विरोध जताया था. इसके साथ ही कांग्रेस के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा था कि इससे जमीन का पानी जहरीला हो जाएगा. इंदौर में भी इसका प्रभाव दिखाई देगा. वहीं MGM मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने भी इसे लेकर हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी.

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