‘ऐसा काम ना करें, जिससे पार्टी की छवि खराब हो…’, नए पदाधिकारियों को हेमंत खंडेलवाल और सीएम मोहन यादव ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ

MP News: बैठक में शामिल वरिष्ठ नेताओं ने नई टीम के सदस्‍यों को अनुशासन, व्यवहार और सार्वजनिक आचरण को लेकर सख्त हिदायतें दी हैं.
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MP News: मध्‍य प्रदेश में भाजपा की नई टीम बनने के 24 घंटे बाद शुक्रवार देर रात प्रदेश अध्‍यक्ष हेमंत खंडेलवाल के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, सह-प्रभारी सतीश उपाध्याय और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा शामिल हुए. जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव में व्यस्तता के कारण यह बैठक ऑनलाइन रखी गई. बैठक में शामिल वरिष्ठ नेताओं ने नई टीम के सदस्‍यों को अनुशासन, व्यवहार और सार्वजनिक आचरण को लेकर सख्त हिदायतें दी हैं.

नए सदस्‍यों को डाउन टू अर्थ होकर चलना है

बैठक में पदाधिकारियों को समझाया गया कि संगठन के प्रतिनिधि के रूप में उनका आचरण पार्टी की छवि को बनाता या बिगाड़ता है. वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में आपकी छवि भाजपा की रीति-नीति के अनुरूप होनी चाहिए. किसी भी पदाधिकारी को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचे या कार्यकर्ताओं के मनोबल पर विपरीत असर पड़े. साथ ही उन्हें ‘डाउन टू अर्थ’ रहते हुए सबको साथ लेकर चलने की सलाह दी गई.

बैठक में यह भी तय हुआ कि बिहार चुनाव समाप्त होने तक प्रदेश संगठन की फिजिकल बैठक नहीं होगी. पार्टी नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री, प्रभारी और संगठन महामंत्री की व्यस्तता के चलते फिलहाल ऑनलाइन ही संवाद जारी रहेगा. पहली फिजिकल बैठक बिहार चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद आयोजित की जाएगी.

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आगामी कार्यक्रमों के लिए दिए निर्देश

नई टीम को आगामी कार्यक्रमों के लिए निर्देश दिए गए. सभी पदाधिकारियों से कहा गया कि वे रविवार को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में बूथ स्तर पर अनिवार्य रूप से शामिल हों. इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान, 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती और 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती (जनजातीय गौरव दिवस) के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें.

बैठक में यह भी आश्वासन दिया गया कि संगठन में फिलहाल जगह नहीं पाने वाले कार्यकर्ताओं को बिहार चुनाव के बाद निगम-मंडल और प्राधिकरणों में समायोजित किया जाएगा. प्रदेश नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं की जाएगी और उन्हें उपयुक्त जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी.

कुल मिलाकर, भाजपा की यह देर रात हुई वर्चुअल बैठक पार्टी की अनुशासित छवि को बनाए रखने, कार्यकर्ताओं में समन्वय बढ़ाने और आने वाले महीनों के कार्यक्रमों को दिशा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई.

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