40000 करोड़ की प्रॉपर्टी, 4 दावेदार…सिंधिया परिवार के संपत्ति विवाद पर HC ने कहा- 90 दिन में आपसी सहमति से निकालें हल

सिंधिया परिवार की 40 हजार करोड़ की संपत्ति है. जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा उनकी तीन बुआ उषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे भी दावेदार हैं.
The High Court asked the Scindia family to resolve the property dispute among themselves.

हाई कोर्ट ने सिंधिया परिवार को आपस में संपत्ति विवाद का समाधान करने के लिए कहा.

Scindia family property dispute: ग्वालियर के सिंधिया परिवार की 40 हजार करोड़ की संपत्ति विवाद सुलझने की उम्मीद जगी है. हाई कोर्ट की ग्वालियर खंड पीठ में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी 3 बुआओं को आपसी सहमति से विवाद सुलझाने का आदेश दिया है. इसके लिए कोर्ट ने 90 दिनों का समय दिया है. साल 2010 में उषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे ने संपत्ति विवाद को लेकर अपने भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ पत्र दायर किया था.

पिता की संपत्ति में बेटियों का भी हक

सिंधिया परिवार की 40 हजार करोड़ की संपत्ति है. जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा उनकी तीन बुआ उषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे भी दावेदार हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया की तीनों बुआओं का कहना है कि पिता संपत्ति में बेटियों का भी बराबर का हक होता है. इसलिए पिता की संपत्ति में बटवारा किया जाए. इस पर ज्योतिरादित्य ने भी दावा पेश किया था. दोनों मामले जिला न्यायालय में लंबित रहे. बाद में पुराने मामले के पारित निराकरण के निर्देश के चलते ये मामला हाई कोर्ट पहुंचा और 2017 से सिविल रिवीजन लंबित था.

संपत्ति विवाद में कुल 28 पक्षकार बनाये गए

संपत्ति विवाद के दावे में कुल 28 पक्षकार बनाये गए है. इनमें सिंधिया परिवार के 13 ट्रस्ट भी शामिल हैं. इन ट्रस्टों के नाम करोड़ की संपत्तियां दर्ज है. इनमें सिंधिया पार्टीज एंड सर्विसेज, कृष्णाराम और बलदेव इन्वेस्टमेंट कंपनी और जयविलास ट्रस्ट प्रमुख हैं. इनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, माधवी राजे सिंधिया, प्रदर्शनी राजे सिंधिया और चित्रांगदा राजे को भी पक्षकार बनाया है.

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40 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी में कई पैलेस

सिंधिया परिवार के पास सबसे बड़ी संपत्ति 12.40 लाख वर्ग फीट में बना जय विलास है, जिसकी कीमत प 10,000 करोड़ है. इसमें 400 कमरे हैं. 1874 में बने इस पैलेस कि उस समय लागत 99 लाख रुपए थी.

आजादी के समय सिंधिया परिवार के पास 100 से ज्यादा कंपनियों में शेयर थे. ग्वालियर में जय विलास पैलेस परिसर, शिवपुरी में माधव विलास पैलेस, हैप्पी विलास और जॉर्ज कैसल जैसी संपत्तियां शामिल हैं. उज्जैन में कालियादेह पैलेस भी है. दिल्ली में ग्वालियर हाउस, राजपुर रोड पर एक प्लॉट है. पुणे में पदमा विलास पैलेस, वाराणसी में सिंधिया घाट और गोवा में विठोबा मंदिर समेत अन्य संपत्तियां शामिल हैं.

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