अर्चना तिवारी के मुहंबोले भाई पहुंचे पुलिस स्टेशन, 51 हजार पुलिस को सौंपा, पता लगाने वाले के लिए इनाम की घोषणा की थी
अर्चना तिवारी
Archana Tiwari Case: कटनी निवासी अधिवक्ता अर्चना तिवारी की गुमशुदगी का रहस्य आखिरकार सुलझ गया है. 7 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन वह इंदौर से कटनी के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में भोपाल स्टेशन से अचानक लापता हो गई. इसके बाद यह मामला पूरे प्रदेश में सुर्खियों में आ गया. पुलिस ने लगातार प्रयास करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के पलियाकलां इलाके, नेपाल बॉर्डर के पास से सकुशल बरामद किया.
सारांश से हुई मुलाकात
पुलिस जांच में सामने आया कि अर्चना ने लापता होने से ठीक पहले एक नया मोबाइल फोन खरीदा था और उसी नए नंबर से शुजालपुर निवासी सारांश नाम के युवक से संपर्क किया. अर्चना इटारसी से शुजालपुर गई और वहां दो दिन ठहरीं, जहां उसकी मुलाकात सारांश से हुई. बताया जा रहा है कि इसी दौरान सारांश ने उन्हें नेपाल जाने की सलाह दी और भरोसा दिलाया कि बाद में वह भी वहां पहुंच जाएगा.
पुलिस ने सारांश को लिया हिरासत में
पुलिस ने सारांश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं अर्चना को भी बरामद करने के बाद भोपाल लाया गया है और किसी अज्ञात स्थान पर रखकर उससे विसतृत पूछताछ की जा रही है. पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि पिछले 12 दिनों तक अर्चना किन लोगों के संपर्क में थी और इस पूरे घटनाक्रम के पीछे किस तरह की योजना थी.
अर्चना के मुहंबोले भाई ने निभाया वादा
इस बीच, अर्चना के भाई अंशु मिश्रा ने भी अपना वादा निभाया. उन्होंने घोषणा की थी कि अर्चना का पता बताने वाले को 51 हजार रूपए इनाम में देंगे. अर्चना के मिलने के बाद उन्होंने यह राशि जीआरपी थाने में पुलिस को सौंप दी. अब अर्चना सकुशल बरामद हो चुकी है, वहीं फिलहाल पुलिस इस मामले कि गुत्थी सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ रही है.