Indore: गोपाल मंदिर में शादी पर बवाल, दर्शन की थी अनुमति, इकट्ठा हुई भीड़, शाही भोज भी हुआ, अब ADM करेंगे जांच

MP News: मंदिर के प्रबंधक केएल कौशल का कहना है कि मंदिर परिसर में शादी समारोह का छोटा सा आयोजन करने की अनुमति ली गई थी, लेकिन उनके द्वारा भव्य आयोजन कर लिया गया
Indore: Chaos over marriage in Gopal Mandir, ADM will investigate

इंदौर: गोपाल मंदिर में शादी पर मचा बवाल, ADM करेंगे जांच

MP News: इंदौर की ऐतिहासिक धरोहर गोपाल मंदिर में हुई शादी से बवाल मच गया. मंदिर में फूलों से सजावट की गई. मेहमानों के खाने के लिए शाही व्यवस्थाएं की गई. मंदिर परिसर में ही खाना बनाया गया. मामले की सुर्खियां बनने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए तो संभागायुक्त ने अधिकारी और मंदिर प्रबंधक को प्रभार से हटा दिया. हालांकि इसको लेकर मंदिर के पुजारी, परिवार और श्रद्धालुओं को कुछ गलत नहीं लगता. वहीं शादी के आयोजकों ने बकायदा मंदिर समिति द्वारा तय की गई राशि जमा करवाकर आयोजन किया गया है.

परिवार ने कटवाई थी 25 हजार रुपये की रसीद

गोपाल मंदिर को शादी के लिए विशेष रूप से सजाया गया. शाही भोज का आयोजन किया गया. इसके बावजूद आरोप है कि बिना अनुमति यहां भव्य शादी समारोह का आयोजन कर लिया गया. यहां अनाज व्यापारी की बेटी की शादी उद्योगपति राजकुमार अग्रवाल के बेटे के साथ की गई थी. इसके लिए उन्होंने मंदिर समिति के नियमानुसार 25 हजार रुपये की रसीद भी कटवाई थी.

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शादी के लिए अनुमति ली गई थी- प्रबंधक

मंदिर के प्रबंधक केएल कौशल का कहना है कि मंदिर परिसर में शादी समारोह का छोटा सा आयोजन करने की अनुमति ली गई थी, लेकिन उनके द्वारा भव्य आयोजन कर लिया गया.

मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है- पुजारी

पाराशर परिवार गोपाल मंदिर का पीढी दर पीढ़ी पुजारी रहता आया है. मंदिर की पुजारी आशा पाराशर का कहना है कि यह मंदिर में पहली शादी नहीं है. इसके पहले भी यहां शादियां होती आई हैं. ये बच्चे भी शादी होने के बाद भगवान के दर्शन करने आए थे. वहीं भगवान को भोग भी लगता रहता है. इस आयोजन में अग्नि के समक्ष फेरे नहीं लिए गए थे.

उन्होंनें कहा कि जो भोग बनाया गया था. वह बिना लहसुन प्याज का था. न वर वधु किसी मंच पर बैठे और न ही किसी ने कोई उपहार लिया दिया. इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है.

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मामले की जांच ADM को सौंपी गई

इस मामले में संभागायुक्त ने अधिकारी विनोद राठौर को हटाकर उनका प्रभार SDM कल्याणी पांडे को दे दिया है. मंदिर प्रबंधक केएल कौशल को हटा दिया है. वहीं कलेक्टर ने मामले की जांच SDM ज्योति शर्मा को सौंपी थी लेकिन वह तीन दिन के अवकाश पर हैं. इस वजह से मामले की जांच ADM गौरव बेनल को सौंप दी है.

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