MP News: इंदौर-देवास मार्ग पर लगा 32 किमी लंबा ट्रैफिक जाम, हार्ट अटैक से एक व्यक्ति की हुई मौत
इंदौर देवास 32 किमी जाम, एक शख्स की हार्ट से हुई मौत
MP News: इंदौर-देवास बायपास रोड पर शुक्रवार यानी 27 जून को करीब 32 किमी लंबा जाम लग गया. इस जाम में फंसने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. बताया जा है कि शख्स को हार्ट अटैक आया था, सही समय पर उपचार ना मिलने के कारण गाड़ी में तपड़-तड़पकर मौत हो गई. अर्जुन बड़ोद के पास बन रहे पुल के कारण दो दिनों से लगातार जाम लग रहा है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
इस जाम की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को एक बुजुर्ग व्यक्ति की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई. मृतक कमल पांचाल (62 वर्ष), निवासी बिजलपुर, इंदौर, देवास के मुखर्जी नगर स्थित रिश्तेदार के यहां 13वीं के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. रास्ते में अर्जुन बड़ौद के पास जाम में फंसने से उनकी तबीयत बिगड़ गई. परिजन उन्हें आनन-फानन में देवास के निजी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजनों का कहना है कि अगर समय पर अस्पताल पहुंच जाते तो शायद उनकी जान बच जाती.
यात्रियों को हो रही परेशानी
देवास से इंदौर की ओर चलने वाली देवास-इंदौर की बस आम दिनों में चार फेरे लगाती थीं, लेकिन जाम के कारण अब मुश्किल से एक फेरा ही लग पा रहा है. इससे न सिर्फ बस संचालक परेशान हैं, बल्कि आम यात्री भी घंटों इंतजार करने को मजबूर हैं. वही लंबे रूट की बसें देवास में खड़ी कर दी गई हैं.
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देवास बस स्टैंड पर शुक्रवार सुबह से ही यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं, लेकिन बसें नदारद रहीं. कुछ यात्रियों ने बताया कि उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में 1 से 1.5 घंटे लगता है लेकिन अब यह सफर 5 से 6 घंटे का हो गया है. वही बस संचालकों का कहना है कि जाम इतना गंभीर है कि एक बार फंसने पर 3 से 4 घंटे लग जाते हैं. इससे न केवल डीजल की खपत बढ़ रही है, बल्कि यात्रियों में भी असंतोष है. ऊपर से टोल टैक्स भी पूरा वसूला जा रहा है, जबकि सेवा मिल ही नहीं रही.
आम से लेकर खास तक जाम में फंसे
अर्जुन-बड़ौद में पुल बनने के कारण आम लोग ही नहीं वीआईपी भी परेशान हो रहे हैं. ट्रैफिक जाम की हालत इतनी खराब है कि मंगलवार यानी 24 जून को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत का काफिला भी यहीं फंस गया था. राज्यपाल को ट्रैफिक से सुरक्षित बाहर निकालने के लि पुलिस को रास्ता बनाने में 45 मिनट से ज्यादा का वक्त लगा था. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग भी मुसीबत का सामना कर चुके हैं.