MP में स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़!, पहले चपरासी ने चेक की कॉपी, अब DAVV की आंसर शीट स्टेशनरी की दुकान में मिली
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय
Indore News: बड़ी मेहनत कर स्टूडेंट्स कॉलेज के एग्जाम देते हैं, उन्हें उम्मीद होती है कि उनकी मेहनत का उचित परिणाम मिलेगा. लेकिन जब परीक्षा की कॉपियां प्रोफेसर की जगह कोई मोबाइल रिपेयरिंग और स्टेशनरी शॉप संचालित करने वाला जांचे तो क्या ही होगा. सुनने में बात अजीब जरूर लग रही होगी लेकिन ऐसा कुछ हुआ इंदौर में हुआ है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में जहां जांचने के लिए महिला प्रोफेसर को दी गई एमबीए फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स की कॉपियां मोबाइल रिपेयरिंग और स्टेशनरी की दुकान पर मिली है. लावारिस हालत में कॉपियां मिलने के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया और कमेटी बनकर जांच शुरू कर दी गई.
दुकान संचालक ने कहा – प्रोफेसर को नहीं जानते
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के एमबीए प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं निर्धारित मूल्यांकन केंद्र के बजाय एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान से बरामद की गईं. बड़ी बात यह है कि दुकान संचालक ने दावा किया है कि वह कॉलेज के प्रोफेसर को नहीं जानता है.
NSUI ने जताया विरोध
यूनिवर्सिटी में NSUI के प्रभारी विकास नंदवाना ने विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया.
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जांच के लिए कमेटी गठित
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अशेष तिवारी ने कहा कि इस गंभीर लापरवाही की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है. जिससे विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचा है और मूल्यांकन प्रक्रिया की गोपनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं. ये कॉपियां LNCT कॉलेज की प्रोफेसर सारिका जिंदल को जांचने के लिए दी थी. पूछताछ में प्रोफेसर जिंदल ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को बताया कि उन्हें कुछ इमरजेंसी थी, इस वजह से वहां कॉपियां रखकर चली गई थी. अब DAVV के अधिकारी जांच करने के बाद कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
नर्मदापुरम में चपरासी ने चेक की थी कॉपी
सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें एक शख्स कॉलेज की आंसर शीट चेक रहा है. इस मामले की पड़ताल की गई तो पता चला कि वह चपरासी है. इस मामले की शिकायत की गई तो कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल और 2 प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया.