इजरायल-ईरान युद्ध के बीच कतर में फंसी उज्जैन की मनीषा भटनागर, पति की गुहार पर सीएम मोहन यादव ने लिया संज्ञान, गृह मंत्री से की अपील
इजरायल-ईरान युद्ध के बीच उज्जैन की मनीषा भटनागर कतर में फंसी, सीएम मोहन यादव ने गृहमंत्री अमित शाह से मदद की अपील की
Ujjain News: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध की वजह से कई भारतीय विदेश में फंसे हुए हैं. ऐसे ही एक मामले में उज्जैन की मनीषा भटनागर पिछले कई दिनों से कतर में फंसी हुई हैं. मनीषा कतर एयरलाइंस में काम करती हैं और बीते तीन वर्षों से वहीं नौकरी कर रही हैं. युद्ध की जटिल परिस्थितियों के कारण वह भारत वापस नहीं लौट पा रहीं, जिससे उनके परिजन बेहद चिंतित हैं.
‘हर दिन डर के माहौल में रहना पड़ रहा है’
मनीषा के पति रजत भटनागर ने बताया कि जब हाल ही में उनकी पत्नी से बात हुई तो उसने बताया कि ईरान और इजरायल के टकराव के चलते कतर की स्थिति भी काफी तनावपूर्ण हो गई है. मनीषा ने पति रजत से बताया कि युद्ध के असर से उनकी आवाजाही सीमित हो गई है और हर दिन डर के माहौल में रहना पड़ रहा है. रजत ने बताया कि बीती रात वह और उनके परिजन रातभर सो नहीं सके और यही सोचते रहे हैं कि मनीषा को सुरक्षित भारत कैसे वापस लाया जा सकता है.
उज्जैन निवासी श्री रजत भटनागर जी की पत्नी श्रीमती मनीषा जी दोहा, कतर में फंसी हुई हैं। इस प्रकरण में मैंने माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी से सहयोग हेतु अनुरोध किया है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 24, 2025
प्रदेश के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र सरकार के संपर्क में रहते हुए श्रीमती…
सरकार से लगाई मदद की गुहार
परिजनों की चिंता को देखते हुए रजत ने अपनी पत्नी की सुरक्षित वापसी के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को मेल भेजकर गुहार लगाई थी. रजत के इस प्रयास में उनके मित्र कार्तिकेय मिश्रा ने भी सहयोग किया और उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से संपर्क कर मनीषा की स्थिति साझा की.
मुख्यमंत्री ने लिया तत्काल संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस विषय में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा की और मनीषा सहित अन्य फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत लाने के लिए अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने इस प्रयास की जानकारी अपने एक्स हैंडल पर साझा करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव प्रयास करेगी.
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रजत को मिली थोड़ी राहत
सरकारी प्रयासों से रजत और उनके परिवार को थोड़ी राहत मिली है. रजत ने मीडिया से चर्चा में कहा कि,“मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के हस्तक्षेप से अब थोड़ी उम्मीद जागी है. मेरी पत्नी के साथ वहां कई और भारतीय भी फंसे हुए हैं. हाल ही में दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा हुई थी, लेकिन लगातार उल्लंघन हो रहा है, जिससे खतरा अब भी बना हुआ है.”