अलका लांबा, पवन खेड़ा के साथ Sehore पहुंचे पटवारी, सुसाइड करने वाले दंपति के बच्चों से की मुलाकात, राहुल गांधी से जुड़ा है मामला!
Sehore: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में 13 दिसंबर को कारोबारी मनोज परमार ने अपनी पत्नी के साथ फांसी लगा ली थी. इस सुसाइड केस को लेकर प्रदेश में सियासत भी गरमाई. मनोज के कांग्रेस और राहुल गांधी से कनेक्शन भी सामने आए. सोमवार को अलका लांबा, पवन खेड़ा के साथ जीतू पटवारी समेत कई कांग्रेस नेता सीहोर पहुंचे और दंपति के बच्चों-परिजनों से मुलाकात की.
सीहोर पहुंचे अलका लांबा, पवन खेड़ा, पटवारी
सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार के शव के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ था, जिसमें ED और CBI की प्रताड़ना से परेशान होकर ऐसा कदम उठाने की बात सामने आई थी. मनोज परमार के सुसाइड से कुछ दिनों पहले ही उनके ठिकानों पर ED ने रेड मारी थी. सोमवार को MP PCC चीफ जीतू पटवारी, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा, प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समेत तमाम नेता आष्टा पहुंचे. सभी नेताओं ने मनोज परमार के बच्चों से बात की. साथ ही बच्चों से कहा कि पूरा कांग्रेस परिवार उनके साथ है.
कारोबारी दंपति ने किया था सुसाइड
सीहोर जिले के आष्टा में 13 दिसंबर को कारोबारी मनोज परमान ने पत्नी के साथ फांसी लगा ली थी. कुछ दिनों पहले मनोज परमार के ठिकानों पर ED का छापा पड़ा था. पुलिस को दंपति के शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें ED और CBI की प्रताड़ना से परेशान होकर ऐसा कदम उठाने की बात सामने आई थी.
बच्चों ने राहुल गांधी को भेंट की थी गुल्लक
कारोबारी मनोज परमार के बच्चों ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी. यह गुल्लक साल 2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दी गई थी. कांग्रेस नेता अपनी यात्रा मध्य प्रदेश में कर रहे थे. इस दौरान जब उन्हें गुल्लक भेंट में मिली तो उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था- ‘त्याग और निस्वार्थ सेवा के मूल्यों को बचपन में ही मन में बिठाया जाता है. यह गुल्लक मेरे लिए अमूल्य है, यह असीम प्रेम का खजाना है.’
कांग्रेस कनेक्शन आया सामने
जांच के दौरान मनोज परमार के कांग्रेस से जुड़े होने की बात सामने आई है. वहीं, भोपाल ED की टीम ने उनके ठिकानों पर PMLA ( द प्रोविजंस ऑफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002) के प्रावधानों के तहत रेड मारी थी. कार्रवाई के दौरान टीम ने कारोबारी मनोज की चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे. साथ ही लाखों का बैंक बैलेंस पाए जाने पर अकाउंट फ्रीज कर दिया था.