Bhopal: ‘नर्सिंग ऑफिसर और आया-वार्ड बॉय को यूज्ड ग्लव्स इस्तेमाल करने होंगे’ काटजू अस्पताल प्रशासन का बेतुका आदेश
केएन काटजू अस्पताल(File Photo)
Bhopal News: भोपाल के डॉ. कैलाशनाथ काटजू अस्पताल (Dr. Kailashnath Katju Hospital) में एक अनोखा और विवादित प्रशासनिक आदेश सामने आया है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है. नोडल ऑफिसर डॉ.रचना दुबे ने आदेश देते हुए कहा कि नर्सिंग ऑफिसर,आया और वार्ड बॉय को इस्तेमाल किए गए ग्लव्स अब दोबारा इस्तेमाल करने होंगे.
सर्जिकल ग्लव्स की कमी बताया
अस्पताल प्रबंधन ने सर्जिकल ग्लव्स की कमी बताकर नर्सिंग ऑफिसर, आया और वार्ड स्टाफ को पहले इस्तेमाल किए गए ग्लव्स को दोबारा पहनने के निर्देश जारी किए हैं, जिससे संक्रमण (infection) और सुरक्षा के मामलों पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
अस्पताल की नोडल अधिकारी डॉ. रचना दुबे ने यह आदेश जारी करते हुए कहा कि वर्तमान में सर्जिकल ग्लव्स का स्टॉक बहुत कम है, इसलिए प्राथमिकता सिर्फ आंतरिक जांच या सर्जरी के समय ही दी जाएगी, जबकि सामान्य कामों में पुराने इस्तेमाल किए ग्लव्स दोबारा पहनने होंगे. इस कदम को अस्पताल प्रशासन ने संसाधनों की कमी का समाधान बताया है, लेकिन इससे मरीजों और स्टाफ दोनों के लिए संक्रमण फैलने का जोखिम बढ़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लव्स केवल सर्जिकल जांच ही नहीं, बल्कि ड्रेसिंग, चर्म रोग, आईसीयू (ICU) और कैजुअल्टी जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों में आवश्यक होते हैं और इनका दोबारा उपयोग स्वास्थ्य मानकों के खिलाफ माना जाता है.
मरीजों और हेल्थ वर्कर्स दोनों को खतरा
चिकित्सा एक्सपर्ट और संक्रमण नियंत्रण विशेषज्ञों ने इस निर्देश पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि किसी भी उपयोग के बाद ग्लव्स को दोबारा पहनने से हाथों और उपकरणों पर रोगाणु (germs) फैले सकते हैं, जिससे मरीजों में संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है और हेल्थ केयर वर्कर्स (health care workers) को भी खतरा हो सकता है. वे इसे मरीज सुरक्षा और अस्पताल की मानक प्रक्रियाओं के खिलाफ मानते हैं, जिससे अस्पताल की विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है
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