Bhopal Metro: भोपाल में तैयार हो रहा एमपी का पहला अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर, जमीन से 65 फीट नीचे बनेगा स्टेशन
भोपाल मेट्रो (फाइल फोटो)
Bhopal Metro Underground Corridor: भोपाल देश का 26वां शहर है जहां मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू किया गया है. अब भोपाल मेट्रो इतिहास रचने जा रही है. मध्य प्रदेश का पहला अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर यहां तैयार किया जा रहा है. इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है.
जमीन से 65 फीट नीचे दौड़ेगी मेट्रो
अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण ऑरेंज लाइन पर किया जाएगा. इसका निर्माण बड़ा पातारा से सिंधी कॉलोनी तक किया जाएगा. ये सेक्शन 3.39 किमी लंबा होगा. जमीन से करीब 65 फीट यानी 19 या 20 मीचर नीचे बनाया जाएगा. भोपाल रेलवे स्टेशन, नादरा बस स्टैंड समेत दूसरे स्टेशन भूमिगत बनाए जाएंगे.
कई चुनौती का सामना करना होगा
भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण जिस एरिया में किया जा रहा है, वहां घनी आबादी है. तंग गलियां हैं और कई ऐतिहासिक इमारतें भी हैं. किसी भी संरचना को बिना नुकसान पहुंचाए इस कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. धरती के नीचे सुरंग बनाई जाएगी. इससे पुराने शहर में ट्रैफिक के दबाव से मुक्ति मिलेगी.
100 करोड़ की मशीन बनाएगी टनल
अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर के लिए सुरंग का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए बेंगलुरु से दो विशालकाय टनल-बोरिंग मशीन को लाया गया है. एक-एक मशीन की कीमत 100 करोड़ है. इन मशीन का व्यास 5.8 मीटर है. अगले साल यानी मार्च 2026 से खुदाई कार्य शुरू होगा. हर दिन 15 मीटर की रफ्तार से खुदाई की जाएगी.
सुभाष नगर से एम्स तक दौड़ रही मेट्रो
केंद्रीय नगरीय प्रशासन मंत्री मनोहर लाल खट्टर और सीएम मोहन यादव ने 23 दिसंबर को भोपाल मेट्रो का शुभारंभ किया था. फिलहाल मेट्रो सुभाष नगर से चलकर केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अलकापुरी होते हुए एम्स तक जाती है. मिनिमम किराया 20 रखा गया है और अधिकतम किराया 40 रुपये है.