Indore News: इंदौर को सीएम मोहन यादव की सौगात, ‘स्वच्छता का महागुरु’ लोगो किया लॉन्च, स्वच्छता कर्मवीरों के साथ किया भोजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
Indore News: इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ के अंतर्गत आयोजित स्वच्छता कर्मवीर सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वच्छता कर्मवीरों को सम्मानित किया. इस अवसर पर उन्होंने इंदौर के लिए बनाए गए नए लोगो ‘स्वच्छता का महागुरु’ का विमोचन किया और कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय को देश का पहला शून्य अपशिष्ट (Zero Waste) जू घोषित करते हुए उसका वर्चुअली उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने रणजीत हनुमान मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया. साथ ही स्वच्छता कर्मवीरों के साथ भोज कर उनके योगदान को सराहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देशभर में एक नई मिसाल कायम की है और यह अभियान लोगों की भागीदारी से और भी मजबूत होगा.
50 इलेक्ट्रिक एसी बसों की सौगात
इंदौर को स्वच्छता के साथ अब ग्रीन मोबिलिटी की सौगात भी मिली है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर से 50 इलेक्ट्रिक एसी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी गई ये बसें अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं और नेट कास्ट मॉडल पर संचालित होंगी.
सीएम यादव ने कहा कि ये पर्यावरण हितैषी बसें शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को नई दिशा देंगी और लोगों को आरामदायक व आधुनिक सुविधाओं वाला सफर उपलब्ध कराएंगी. एक इलेक्ट्रिक बस की कीमत 1.2 करोड़ रुपये है और ये बसें सिंगल व अपॉरच्युनिटी चार्ज के साथ रोजाना 180 किलोमीटर तक चलेंगी. इस मॉडल के तहत सरकार को 40 प्रतिशत अमृत मिशन से सहायता मिलेगी और ऑपरेशन कॉस्ट शून्य रहेगा.
स्वच्छता कर्मवीरों के साथ किया भोजन
इंदौर लगातार देश में स्वच्छता का झंडा बुलंद कर रहा है. इस मौके पर स्वच्छता कर्मवीरों को सम्मानित करने के लिए सीएम ने उनके साथ भोजन किया और कहा कि केंद्र सरकार ने हर बार स्वच्छता सर्वेक्षण में नई शर्तें जोड़ीं, लेकिन इंदौर के स्वच्छता कर्मवीरों ने हर चुनौती को जीतकर शहर को नंबर वन बनाया. उन्होंने कहा कि अब इंदौर का स्वच्छता से सात जन्मों का रिश्ता बन गया है. इंदौर ने बड़े-बड़े शहरों को चुनौती दी और हमेशा सर्वश्रेष्ठ साबित हुआ. भारत दुनिया का इकलौता देश है जहां स्वच्छता की देवी की पूजा होती है. शीतला सप्तमी पर शीतला माता की पूजा भी इसी परंपरा का प्रतीक है.
एक राष्ट्र एक चुनाव प्रणाली को अपनाना होगा
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित “एक राष्ट्र एक चुनाव” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि देश को अब इस प्रणाली को अपनाना ही होगा. उन्होंने कहा कि 1969 तक देश में एक साथ चुनाव होते थे, लेकिन कांग्रेस ने वोट की राजनीति के लिए इसे टुकड़ों में बांट दिया. अलग-अलग चुनाव देश के विकास में रुकावट बने. उन्होंने कांग्रेस पर संविधान में मनमाने संशोधन का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को छोड़ अन्य पार्टियां राष्ट्रनीति पर ध्यान नहीं देतीं. आज की जरूरत है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र फिर से एक राष्ट्र एक चुनाव की राह पर लौटे.