Mahakaleshwar Mandir: सावन में बिना इजाजत भगवान महाकाल की भस्म आरती के कर सकेंगे दर्शन, जानें कैसी होगी व्यवस्था

Mahakaleshwar Mandir: महाकालेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आए कावंड़ियों को विश्रामधाम, रैम्प, सभा मण्डपम में भगवान महाकाल को जल अर्पण करने की व्यवस्था होगी.
Mahakaleshwar Mandir

भगवान महाकाल (फाइल फोटो)

Mahakaleshwar Mandir: अगर आप भी सावन और भादौ मास में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर जाकर महाकाल के दर्शन करने कि सोच रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. महाकालेश्वर मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है जिससे अब दर्शन के लिए आए भक्तों को बिना आज्ञा के भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन हो सकेंगे.

महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रेसिडेंट नीरज कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी है. नीरज सिंह ने बताया कि श्रावण और भादौ मास में बड़ी संख्या में कांवड़िए भगवान महाकाल को जल अर्पण करने के लिये उज्जैन आते हैं. इसीलिए भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं को कार्तिक मंडपम की आखिरी तीन पंक्तियों से चलित भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे.

भस्म आरती का समय और अन्य व्यवस्थाएं

महाकाल के भक्तों के लिए ये जानकारी बेहद अहम है. आपको बता दें कि श्रावण-भादौ मास में 22 जुलाई से 2 सितम्बर तक प्रतिदिन महाकालेश्वर मंदिर का पट खुलने का समय प्रातः 3 बजे होगा. पट खुलने के बाद 3 बजे से 5 बजे तक भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी लेकिन सोमवार को भस्म आरती का समय 2.30 से 4.30 बजे तक होगा. आरती के लिए पंजीकृत श्रद्धालुओं को मानसरोवर भवन एवं गेट-1 से प्रवेश कराया जायेगा और दर्शन के बाद नए आपातकालीन निर्गम द्वार से भक्तों को बाहर निकला जायेगा.

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  • जल चढ़ाने के लिए आए कावंड़ियों को विश्रामधाम, रैम्प, सभा मण्डपम में भगवान महाकाल को जल अर्पण करने की व्यवस्था होगी.
  • इसके साथ ही गेट नंबर 1 रास्ते फेसेलिटी सेन्टर-1, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भक्त भगवान श्री महाकाल को जल अर्पण कर सकेंगे.
  • जो कावंड यात्री बिना किसी सुचना के आते हैं या शनिवार, रविवार, सोमवार को आते हैं तो वो भी सामान्य भक्तों कि तरह दर्शन कर सकेंगे.

 

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