Mauganj Violence: मृतक ASI रामचरण गौतम को मिलेगा शहीद का दर्जा, परिवार को दी जाएगी 1 करोड़ की सहायता राशि
मोहन यादव ( मख्यमंत्री, मध्य प्रदेश )
Mauganj Violence: 15 मार्च की देर रात मध्य प्रदेश के मऊगंज में पुलिसकर्मी बंधक युवक को छुड़ाने गए थे. जहां ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया. इस हादसे में ASI रामचरण गौतम की मौत हो गई. सीएम डॉ. मोहन यादव ने ऐलान करते हुए कहा कि ASI को शहीद का दर्जा दिया जाएगा. इसके साथ ही परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
सीएम ने एक्स पर किया पोस्ट
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मऊगंज जिला गड़रा गांव में बीती रात जो घटना घटी थी. उसमें हमारे पुलिस परिवार के 25 बटालियन के ASI रामचरण गौतम का दुखद निधन हो गया है. कर्तव्य की वेदी पर बलिदान हुआ है. सरकार के स्तर पर उन्हें शहीद का दर्जा दिया है.
उन्होंने आगे लिखा कि इसी के साथ आश्रितों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि और पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा. स्वर्गीय रामचरण गौतम जी की कर्तव्य परायणता और उनका बलिदान चिरस्मरणीय रहेगा.
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‘दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा’
सीएम मोहन यादव ने मऊगंज में पुलिस पर हमले को लेकर कहा कि मऊगंज की घटना हमारे लिए दुखद है. दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि मैं मृतक के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. मैंने उच्च अधिकारियों और प्रभारी मंत्री को घटनास्थल पर भेजा है. स्थिति में नियंत्रण में है. हम लॉ एंड ऑर्डर को व्यवस्थित रखेंगे. मध्य प्रदेश में संवेदनशील सरकार है.
‘पुलिस का डर समाप्त हो गया है’
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कहा कि मऊगंज से खबर आई है कि पुलिस ने आदिवासियों पर इतना अत्याचार किया कि उन्होंने पुलिस थाने पर हमला कर दिया. पुलिस की पिटाई के जितने मामले मध्य प्रदेश में हैं, उतने देश-दुनिया में कहीं नहीं है.
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उन्होंने आगे कहा कि कानून व्यवस्था ढह गई है और पुलिस का डर समाप्त हो गया है. गृहमंत्री टोटल फेल हो गए है. देश के प्रधानमंत्री को इसे देखना चाहिए कि यदि दो दिनों में पुलिस पर 5 जगह पुलिस पर हमला हो रहा है तो कानून बचा कहां?