MP News: ‘भोपाल का नवाब देशभक्त नहीं, गद्दार था’, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल बोले- हमीदिया अस्पताल का नाम बदला जाए

नगर निगम की बैठक में भोपाल के अंतिम नवाब हमीदुल्लाह खान के नाम से रखे स्कूल कॉलेज के नाम परिवर्तन का प्रस्ताव पास हुआ है. इसके बाद मामले में लगातार सियासी बयानबाजी की जा रही है.
Minister of State Narendra Shivaji Patel has demanded the change of name of Hamidia Hospital.

राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने हमीदिया अस्पताल का नाम बदले जाने की मांग की है.

MP News: राजधानी भोपाल(Bhopal) में नवाब हमीदुल्ला खान(Nawab Hamidullah Khan) के नाम पर अस्पताल और स्कूल के नाम बदलने को लेकर सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल(Narendra Shivaji Patel) ने भी हमीदिया अस्पताल(Hamidia Hospital) का नाम बदले जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि भोपाल का नवाब देशभक्त नहीं गद्दार था, इसलिए उसके नाम पर कोई भी इमारत का नाम नहीं होना चाहिए.

‘नवाब ने भारत के लोगों पर गोलियां चलवाईं’

नरेंद्र शिवाजी पटेल ने हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, ‘भोपाल के नवाब ने भारत वर्ष में विलय होने की सहमति नहीं दी थी. 15 अगस्त 1947 को देश आजाद होने के बाद भी भोपाल रियासत में झंडा नहीं फहराया गया था. जिस नवाब ने भारत के लोगों गोली चलवाई थी, 6 से ज्यादा लोगों की हत्या करवाई थी ऐसा नवाब देशभक्त नहीं हो सकता, गद्दार था. उसके नाम से अगर कोई भी इमारत या अस्पताल है तो सभी के नाम बदले जाने की जरूरत है.’

नाम बदलने को लेकर नगर निगम में प्रस्ताव पास

नगर निगम की बैठक में भोपाल के अंतिम नवाब हमीदुल्लाह खान के नाम से रखे स्कूल कॉलेज के नाम परिवर्तन का प्रस्ताव पास हुआ है. आसंदी से नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा कि हमीदुल्लाह खान के नाम पर स्मारकों स्कूलों सड़कों कॉलेज का नाम परिवर्तन का प्रस्ताव पास किया जाता है. अब हमीदिया स्कूल, हमीदिया कॉलेज, हमीदिया रोड का नाम बदला जाएगा. प्रस्ताव पारित होते ही जोरदार हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष के विधायकों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगा. विपक्ष पर पाकिस्तान परस्ती का भी आरोप लगाया है.

आरिफ मसूद बोले- एहसान फरामोशी कोई नगर निगम परिषद से सीखे

कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने पलटवार करते हुए कहा कि नवाब हमीदुल्ला खान का इतिहास शायद इनको अभी पता नहीं है. एहसान फरामोशी कोई नगर निगम परिषद से सीखे. नवाब हमीदुल्ला ने हमीदिया अस्पताल और स्कूल के लिए निजी संपत्ति दी. अपनी जमीनें मर्जर एग्रीमेंट के तहत जनता के लिए सौंप दी और अब ये ऐसे बदल रहे हो जैसे ये इनकी प्रॉपर्टी है.

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