केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मांगी मदद, CM मोहन यादव ने मंच से ही कलेक्टर को दिए निर्देश, कहा- सारी बात मानी जाए
केंद्रीय मंत्री के निवेदन पर मंच से ही CM मोहन यादव ने कलेक्टर को निर्देश दिए.
MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में रविवार को 1800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रेल कोच फैक्ट्री का भूमिपूजन किया गया. भूमि पूजन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, CM मोहन यादव समेत तमाम लोग मौजूद रहे. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद मांगी. इसके बाद CM मोहन यादव ने मंच से ही कलेक्टर और नगर पालिका अध्यक्ष को निर्देश दे दिया.
‘पीड़ितों को दिया जाएगा जमीन का पट्टा’
कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने CM डॉ मोहन यादव से कहा, ‘मेरे क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों को तात्कालिक राहत दी जाए. मुख्यमंत्री जी कृपया हजारों मजदूरों को मकान दिलवा दीजिए. मजदूरों को जमीनों का पट्टा मिल जाएगा तो PM ग्रामीण आवास योजना के जरिए मकान मिल जाएगा. मुझे पता है जो कहा था मुख्मंत्री वो करेंगे.’
वहीं केंद्रीय मंत्री की बात सुनकर CM डॉ मोहन यादव ने मंच से ही अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, ‘कृषि मंत्री जी का सारी मांगें पूरी होंगी. रायसेन जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों की सरकार मदद करेगी. जिन पीड़ितों के पास घर नहीं है, उन पीड़ितों को जमीन का पट्टा दिया जाएगा. साथ ही अस्पताल और स्कूल की सुविधा भी दी जाएगी. आपने जो भी मांगें की हैं, सब पूरी होंगी.’
राजनाथ बोले- शिवराज सिंह की विरासत को मोहन यादव आगे बढ़ा रहे
रविवार को रायसेन जिले के उमरिया के दशहरा मैदान में ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण केंद्र का भूमिपूजन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘इस रेल कोच फैक्ट्री के बनने से यहां 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. रक्षा क्षेत्र के माध्यम से जो भी संभव होगा, मैं मध्य प्रदेश के लिए करूंगा. शिवराज सिंह चौहान की विरासत को अब मोहन यादव आगे बढ़ा रहे हैं. उद्योग धंधों के मामले में मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है. 20 लाख करोड़ से ज्यादा इन्वेस्टमेंट मध्य प्रदेश में आया है. इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं. 48000 हेक्टेयर का भूमि बैंक भी राज्य सरकार ने तैयार किया है. इंटरनेट और फैक्ट्री शेड भी तैयार किए गए हैं. रक्षा केंद्र बनने के लिए जो गुण और क्षमता चाहिये वो सब मध्य प्रदेश में हैं.’