MP Growth Conclave: मध्य प्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव में शामिल होंगे देश-दुनिया के 1500 उद्योगपति, निवेश से विकास की राह होगी आसान
MP Growth Conclave, देश-दुनिया के 1500 उद्योगपति और निवेशक शामिल होंगे
MP Growth Conclave: मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में शुक्रवार यानी 11 जुलाई को आयोजित होने वाला मध्य प्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 नगरीय विकास में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. यह कॉन्क्लेव शहरी विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग, होटल, पर्यटन, रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कॉन्क्लेव में शामिल होंगे.
शहरों के विकास को मिलेगी नई दिशा
इस कॉन्क्लेव की मुख्य थीम नेक्स्ट होराइजनः बिल्डिंग सिटीज ऑफ टुमॉरो है, जो भविष्य के स्मार्ट और समृद्ध शहरों के विकास पर केंद्रित है. समृद्ध और विकसित शहरों का निर्माण मध्य प्रदेश के समावेशी विकास के लिए आधारशिला बनेगा, और इस कॉन्क्लेव का आयोजन इसी उद्देश्य को साकार करने के लिए किया जा रहा है.
प्रदेश में शहरी विकास के ब्लूप्रिंट और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित Madhya Pradesh Growth Conclave -2025 का आयोजन आज इंदौर में होगा, जिसमें होटल, पर्यटन, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों के प्रमुख निवेशकों से संवाद होगा। मध्यप्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाओं, नई नीतियों… pic.twitter.com/bphnxRadUd
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 11, 2025
1500 उद्योगपति और निवेशक शामिल होंगे
इस कॉन्क्लेव में बड़ी संख्या में निवेशक भाग लेंगे. निवेशकों को राज्य की निवेश नीतियों, औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर, सिंगल विंडो सिस्टम और राज्य की अनंत संभावनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी. इस कॉन्क्लेव में प्रदेश और देश से ही नहीं विदेश भी निवेशक शामिल होंगे. करीब 1500 उद्योगपति और निवेशक शामिल होंगे.
ये कॉन्क्लेव मील का पत्थर साबित होगा
मध्यप्रदेश में 72 हजार करोड़ रुपये की शहरी विकास परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है, जबकि 88 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं, जो राज्य के शहरी क्षेत्रों के विकास को नई दिशा देंगे. यह ग्रोथ कॉन्क्लेव शहरी क्षेत्र के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा. इसे लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा.
समावेशी और सतत विकास
कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य न केवल विकास की गति को तेज करना है, बल्कि एक समावेशी और सतत विकास की दिशा में भी कदम बढ़ाना है, ताकि सभी वर्गों को इसके लाभ मिल सकें.