MP News: ओंकारेश्वर तीर्थ नगरी में 4 पंडित गिरफ्तार, दर्शन के नाम पर करते थे अवैध वसूली

MP News: प्रभारी मांधाता द्वारा ओंकारेश्वर मंदिर परिसर मे अनाधिकृत रूप से पैसे लेकर शीघ्र दर्शन कराने हेतु घूमने वाले 04 पंडों को चिन्हित कर पकड़ा गया.
Four pandas roaming around for quick darshan were identified and caught.

शीघ्र दर्शन कराने हेतु घूमने वाले 4 पंडों को चिन्हित कर पकड़ा गया.

संदीप सोनी-

MP News: खंडवा के ओंकारेश्वर तीर्थ नगरी में गर्भगृह में दर्शन कराने के नाम पर और दलाली करने के मामले में मांधाता पुलिस ने चार पंडों पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. दरअसल आए दिन चारों आरोपी पंडों की गर्भ ग्रह में शीघ्र से दर्शन कराने और श्रद्धालुओं से मोटी रकम लेने को लेकर शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक खंडवा मनोज कुमार राय ने पुलिस कंट्रोल रूम मांधाता मे ओंकारेश्वर के सभी पंडा एवं पुजारियों की बैठक ली गई, जिसमे एसडीओपी मूँदी रवींद्र कुमार बोयट थाना प्रभारी मांधाता अनोखसिंह सिंधिया एवं पंडित संघ के अध्यक्ष निलेश पुरोहित उपस्थित रहे.

4 पुजारियों पर हुआ केस दर्ज

प्रभारी मांधाता द्वारा ओंकारेश्वर मंदिर परिसर मे अनाधिकृत रूप से पैसे लेकर शीघ्र दर्शन कराने हेतु घूमने वाले 04 पंडों को चिन्हित कर पकड़ा गया, जिनके नाम कुलदीप पिता मदन मोहन, महेश चंद्र पिता श्याम लाल, अंचल पिता अशोक दुबे, संजय पिता शिवचरण शर्मा है, उक्त सभी चारों अनावेदकों को धारा 170, 126, 135. BNSS के तहत गिरफ्तार किया गया एवं इस्तगासा तैयार कर कार्यपालिक दंडाधिकारी मांधाता के यहा पेश किया गया। जहां से सभी को उप जेल बड़वाह भेज दिया गया.

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जल्दी दर्शन के नाम पर करते है ठगी

दरअसल, पंडितों के भेष में विभिन्न लोगों द्वारा मंदिर में श्रद्धालुओं की लाइन में लगे बिना शीघ्र दर्शन कराए जाने के नाम पर दर्शनार्थियों से धनराशि की मांग की जाती है, शीघ्र दर्शन के लालच में दर्शनार्थी द्वारा राशि की मांग को स्वीकार किया जाता है. शीघ्र दर्शन का लालच देने वाला व्यक्ति दर्शनार्थी को कार्य का विश्वास दिलाने के लिए कह देता है कि दी गई राशि में प्रशासन एवं पुलिस को भी हिस्सा रहता है, ऐसा कहने से दर्शनार्थी को यह विश्वास हो जाता है कि पंडित की वेश में खड़ा व्यक्ति उन्हें शीघ्र दर्शन करवा देगा. बाहर से आए श्रद्धालुओं को लाइन के विपरीत शीघ्र दर्शन की व्यवस्था का ज्ञान नहीं होने से इस प्रकार से दलालों के झांसे में आ जाते हैं. ऐसे कृत्य से ओंकारेश्वर की छवि खराब होती है. इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृत्ति ना होने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित पंडों एवं पुजारियों को समझाइश दी गई और बताया गया कि यदि इस प्रकार के कृत्य को कोई भी करता दिखे या जानकारी मिले तो वह तत्काल पुलिस को सूचित करें.

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