MP News: थाने में हुई गोद भराई, थानेदार बना भाई, पति-पत्नी के बीच कराई सुलह 

MP News: एमपी पुलिस का एक बार फिर से मानवीय चेहरा सामने आया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है.
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MP News: एमपी पुलिस का एक बार फिर से मानवीय चेहरा सामने आया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल ग्वालियर के बेहट थाने में पति से विवाद होने के चलते सात माह की गर्भवती महिला अपनी एक साल की बेटी को लेकर थाने पहुंची थी. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने कुछ ऐसा किया की उसकी तारीफ हर तरफ हो रही है. बता दें कि उटीला थाना प्रभारी शिवम राजावत और एसडीओपी संतोष पटेल सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने महिला की गोद भराई की रस्म करवाई और उन्हें साड़ी, शाल, फल मिठाई के साथ रवाना किया. ठीक उसी तरह गोद भर कर भेजा जैसे बेटी को मायके से विदा किया जाता है.

पुलिस ने पति-पत्नी के बीच कराई सुलह

सात माह की गर्भवती महिला रानी थाने पहुंची थी.जहां उसने शिकायत करते हुए बताया कि पति से विवाद के चलते वो पिछले तीन महीने से मायके में रह रही है. पति रोजाना उसके साथ मारपीट करता था, विरोध करने पर पति ने रानी को घर से निकाल दिया.जिसके बाद वो मायके में रह रही है.

अब उसकी डिलीवरी होने वाली है. ऐसे में आर्थिक परेशानियां भी हो रही हैं. इसके बाद थाने में पदस्थ महिला प्रहरी , SDOP संतोष पटेल और TI उटीला शिवम राजावत ने पति को थाने बुलाया और दोनों को समझाया.रिश्ते की अहमियत समझाई. कुछ देर तक दोनों पति-पत्नी ने बातचीत की और पति अपनी पत्नी को साथ ले जाने के लिए तैयार हो गया. इसके बाद थाने में ही गर्भवती रानी की गोद भराई की रस्म निभाई गईऔर उसे बेटी की तरह विदा किया गया.

थानेदार बना भाई, महिला प्रहरी बनी बहन

थाने के मंदिर परिसर में पूजा की तैयारी की गई जिसके बाद घरवालों के रूप में थानेदार महिला के भाई बने, और  महिला प्रहरी ने रानी को अपनी बहन मानकर गोद भराई की सभी रस्में निभाईं, फिर थानेदार ने साड़ी फल और उपहार देकर उसके पति के साथ विदा किया.

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क्या है मामला?

दरअसल 24 वर्षीय रानी ने 20 दिन पहले बेहट सर्कल के थाने में अपने पति नवल सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी, रानी का कहना था उनकी शादी 2 साल पहले पिनहर के पार गांव में हुई थी उनके पति कपड़ों की फेरी लगाते थे, रानी की एक बेटी पहले से थी और वे फिर से गर्भवती थी.

रानी का पति आए दिन उनसे मारपीट करता था जिसका विरोध करने पर उसे घर से निकल दिया. जिसके बाद मजबूरन रानी को अपने मायके काशीपुर में रहना पड़ा, तीन महीने मायके में रहने के बाद रानी ने पति के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. रानी ने कहा कि आखिर कब तक वो इस तरह अपने मायके में रहेंगी.लेकिन अब पुलिसवालों के सहयोग से रानी के पति ने समझौता किया और उन्हें अपने घर वापस ले गया.

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