MP News: रीवा के कचरा प्लांट के आस-पास बदबू बनी मुसीबत, बढ़ रही तरह-तरह की बीमारियां
MP News: रीवा के पहाड़िया ग्राम में बने कचरा प्लांट ग्राम वासियों के लिए मुसीबत बन चुका है. लोग ठीक ढंग से सांस भी नहीं ले पाते हैं, ना खाना खा पाते ना पानी पी पाते जिसके कारण कई बार बीमारियां भी घर बना लेती है बीमारियों और गंदगी के चलते मच्छरों और मक्खियों की बाढ़ सी आ गई है. विस्तार न्यूज़ की टीम ने कचरा प्लांट के आसपास रह रहे लोगों की पीड़ा समझने की कोशिश की.
पानी भी प्रदूषित हो गया
रीवा के पहाड़िया ग्राम के लोगों ने बताया कि अब यहां रहना मुश्किल हो रहा है. लोगों में सबसे ज्यादा गुस्सा नगर निगम प्रशासन के रवैया को लेकर था. आरोप है कि नगर निगम कभी भी दवाओं का छिड़काव नहीं कराता है. सड़े कचरे की बदबू मरे जानवरों की तरह फैली रहती है. अब तो पानी भी प्रदूषित हो चुका है. सच तो यह कि शहरी कचरा मुसीबत बन चुका है. मतलब, यह कि सैकड़ो की आबादी पूरी तरह से प्रभावित है. अलग-अलग शहरों से कचरा लाया जाता है जो लोगों की मुसीबत का कारण बन रहा है.
लगातार फैल रही संक्रामक बीमारी
पहाड़िया में हजारों टन शहरी कचरा लाया जाता है. सड़े कचरे से आसपास के क्षेत्रों में मरे जानवरों की तरह बदबू आ रही है. मच्छरों और मक्खियों की भरमार सी हो गई है जो खाने में आ बैठती है जिसे खाना खा पाना मुश्किल होता है. मौजूदा वक्त में कचरा प्लांट ग्राम पंचायत के बीचोबीच खड़ा है. कचरे से रोजाना निकलने वाला कई लीटर लिचेट से आसपास के इलाके की मिट्टी व भू-जल दूषित होने की आशंका बढ़ गई है. खासकर बरसात के दिनों में तो उस क्षेत्र में मक्खियों की तादाद बढ़ जाती है. आसपास के लोग संक्रामक बीमारियों के शिकार बन रहे हैं. प्लांट से निकलने वाली बदबू से आसपास के लोग परेशान हैं. कूड़ा कंप्रेस के दौरान निकलने वाली लिचेट से नीचे गिरकर मिट्टी में मिल रही है. जिसे पानी भी दूषित हो रहा है.
महापौर का कहना- उठाया जाएगा बड़ा कदम
प्लांट की वजह से आसपास की मिट्टी व भू-जल प्रदूषित होने की आशंका बढ़ गई है. कचरे से निकलने वाले लिचेट से प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है. साफ तौर पर आप गंदे पानी को निकलते हुए देख सकते हैं. इस कचरा प्लांट के लिए 43 करोड रुपए नगर निगम से लिए जा चुके हैं कई लोगों ने रीवा के महापौर से शिकायत की की दुर्गंध से जीना मुश्किल है जानवरों के लिए दो इंसुलेटर लगाए जाने थे. लेकिन एक ही लगाया गया और अब जो पानी भी नालों से निकलता है उसमें भी बदबू आने लगी है महापौर का कहना है कि अगर नगर निगम कमिश्नर के द्वारा इसको संविधान में नहीं लिया जाता तो बड़ा कदम उठाया जाएगा.
रीवा में कचरा प्लांट समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि अगर स्थानीय लोगों को समस्या होती है तो नगर आयुक्त भेजा जाएगा. उनकी जो समस्याएं होगी उनका निदान किया जायेगा, निदान कब हो पाएगा यह तो देखने वाली बात होगी. लेकिन फिलहाल यह कचरा प्लांट और प्रशासनिक उदासीनता के चलते लोगों की मुसीबत की बड़ी वजह बन रहा. जिसके कारण आसपास के लोग ठीक ढंग से जीवन यापन नहीं कर पा रहे.