MP News: पन्ना में राशन के लिए 4 माह से भटक रहे हितग्राही, POS मशीन में अंगूठा लगाने के बाद भी करना पड़ा है इंतजार
सौरभ साहू-
MP News: पन्ना जिले में राशन वितरण में अनियमितता मनमानी और धांधली थमने का नाम नहीं ले रही. हितग्राही मशीन में अंगूठा लगाने के बाद महीनों भटकते रहते हैं और सेल्समैन राशन के नाम पर तारीख पर तारीख देकर गुमराह करते रहते हैं.
यह है पूरा मामला
ताजा मामला जिला मुख्यालय पन्ना के वार्ड क्रमांक 1 और 5 की उचित मूल्य की दुकान का सामने आया है जो बड़ा बाजार में संचालित है. यह दुकान कभी कभार खुलती है. सेल्समैन मशीन में अंगूठा लगवा कर पर्ची काट देता है इसके बाद हितग्राही राशन के लिए भटकते रहते हैं. वर्तमान में कई हितग्राही चार माह से राशन के लिए भटक रहे हैं.
आरोप है कि सेल्समैन राशन मांगने पर महिलाओं और बुजुर्गों से भी बदसलूकी करता है. सेल्समैन दिनेश यादव ने भी मीडिया के सामने कबूला है कि वह पहले अंगूठा लगवा लेते हैं बाद में राशन देने के लिए बुलवाते हैं, ऐसा करने के लिए अधिकारियों के निर्देश हैं.
यह हैं आरोप
बता दें कि, पन्ना में तकरीबन 10 से 12 ऐसे वार्ड हैं जहां गरीबों के लिए जो राशन आता तो है पर उन्हें दिया नहीं जाता. इस राशन को अधिकारियों और सेल्समेन की मिलीभगत से कालाबाजारी कर बेच दिया जाता है. जिससे उन्हें राशन नन्हीं मिल पाता और वह लंबी कतारों में लगने के बाबजूद बेरंग वापिस लौट जाते हैं. हितग्राही कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों को आवेदन ज्ञापन तृक दे चुके हैं बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं होती.
निशुल्क खाद्दान वितरण योजना में 1 व्यक्ति को 5 किलो राशन मिलता है तो वहीं परिवार में 6-8-10 सदस्य रहते हैं जिनको चावल, गेंहू, नामक मिलता है जिनको इनमें से कुछ भी नहीं दिया जाता. यह सिलसिला पिछले 4-5 महीनों से चला आ रहा है. आवेदन लेकर आंदोलन करने जाते हैं तो उनपर लाठियां बरसाई जाती हैं.
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नेताओं से सिर्फ आश्वासन मिला
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि, हमने खजुराहो सांसद और प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा को भी अवगत कराया. साथ ही पन्ना विधायक ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह को भी अवगत कराया पर सिर्फ भरोसा मिला. कोई कार्रवाई नहीं हुई. आरोप हैं कि इन नेताओं के चमचे चाटुकार राशन दुकानें लिए हैं जो जनता का राशन बेधड़क और बेख़ौफ़ होकर डकार जाते हैं. हालांकि अब देखना यह होगा कि हमारी खबर के बाद जिम्मेदारों के कानों में जूं रेंगती है और कार्यवाही होती है क्या..? या यूं ही स्थिति बनी रहती है.