MP में अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन को लेकर दिग्विजय सिंह ने कृषि मंत्री पर साधा निशाना,बोले- ‘मामाजी आपके वादों का क्या हुआ?’

MP News: पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि अतिथि शिक्षकों को जब लाठियां मारी गईं, तब वह सुंदर काण्ड का पाठ कर रहे थे. आरोप लगाते हुए पू्र्व सीएमने लिखा कि 'लाठी चार्ज से पहले बिजली बंद की गई, ठीक जलियांवाला बाग़ की तरह'.
MP News After FIR against guest teachers, former CM Digvijay Singh has targeted former CM Shivraj Singh Chauhan.

अतिथि शिक्षकों पर एफआईआर के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है.

MP News: अतिथि शिक्षकों पर एफआईआर के बाद सियासत जारी है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कृषि मंत्री और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने लिखा- मामाजी आप के वादों का क्या हुआ? इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए लिखा कि आप इनके लिए सड़क पर उतरेंगे? अतिथि शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया गया.

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि अतिथि शिक्षकों को जब लाठियां मारी गईं, तब वह सुंदर काण्ड का पाठ कर रहे थे. आरोप लगाते हुए पू्र्व सीएमने लिखा कि ‘लाठी चार्ज से पहले बिजली बंद की गई, ठीक जलियांवाला बाग़ की तरह’.

अतिथि शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, प्रशासन पर मारपीट का आरोप

मध्य प्रदेश के लगभग हर जिले से आए अतिथि शिक्षकों ने राजधानी भोपाल के अंबेडकर पार्क में प्रदर्शन किया. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. इसके साथ ही पुलिस ने सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई थी. अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रात में लाइट बंद करके लाठीचार्ज किया. महिला शिक्षकों के साथ भी मारपीट की गई. अतिथि शिक्षकों के साथ मारपीट के बाद एफआईआर भी की गई. अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन और एफआईआर के बाद सियासी बयान जारी है.

ये भी पढ़ें: बेरोजगारी पर कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर उठाए सवाल, CM मोहन यादव से युवाओं को नौकरी देने की अपील की

अतिथि शिक्षक हो तो घर में घुस जाओगे- इंदर सिंह परमार

नियमितिकरण के सवाल पर कुछ दिनों पहले शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से सवाल पूछा गया था. सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा था कि अतिथि हैं तो घर में कब्जा कर लेंगे. इस बयान के बाद अतिथि शिक्षकों में रोष था. इसके बाद नियमितिकरण को लेकर प्रदेश भर से आए शिक्षकों ने प्रदर्शन किया.

ज़रूर पढ़ें