MP Assembly Session: नर्सिंग फर्जीवाड़े पर बहस स्टंटबाजी पर आई, विजयवर्गीय बोले- ऐसा लग रहा जैसे सत्यनारायण की कथा चल रही
MP News: भोपाल में विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस ने जम कर नर्सिंग फर्जीवाड़े का मुद्दा उठाया. नर्सिंग मामले को लेकर जैसे ही कांग्रेस ने सरकार को घेरने की कोशिश की. तत्काल बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान को लेकर आपत्ति जताई और निंदा प्रस्ताव लेकर आने की मांग की. बीजेपी और कांग्रेस के विधायक दोनों ही आमने-सामने हो गए. तत्काल अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस को इसी कीमत चुकानी पड़ेगी. राहुल गांधी बहुसंख्यक हिंदू समाज का अपमान कर रहे हैं. कांग्रेस चुपचाप देख रही है. कांग्रेस को उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. यह कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है.
विधानसभा कार्रवाई शुरू हुई और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने नर्सिंग फर्जीवाड़े के मुद्दे को लेकर कहा कि नियम के मुताबिक चर्चा होनी चाहिए. उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि दिखावे के लिए औपचारिक कार्रवाई की गई. तीन सत्र से नर्सिंग छात्र का भविष्य अंधकार में है. विभागीय मंत्री ने अपात्र कालेजों को मान्यता दी. इसी बीच डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने जवाब देते हुए कहा कि 2023 24 में किसी कॉलेज को मानता नहीं दी गई. साल 24- 25 की प्रक्रिया प्रारंभ है. डुप्लीकेट फैकल्टी की शिकायत आने पर कार्रवाई की गई. शत प्रतिशत कॉलेज के निरीक्षण का निर्णय लिया गया. इस मामले में दोषी अफसरों पर कार्रवाई भी की जा चुकी है.
मंत्री स्कॉर्पियो के ऊपर खड़े होकर स्टंट मार रहे – कटारे
हेमंत कटारे ने विश्वास सारंग को लेकर कहा कि जब छात्र अपने भविष्य की गुहार लगा रहे थे. तब जिम्मेदार स्कॉर्पियो में ऊपर स्टंट मार रहे थे. विपक्ष ने इसी दौरान सदन की कार्रवाई को लाइव करने की मांग भी की है. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विश्वास सारंग की स्टंट की तस्वीर को लेकर आपत्ति जताई. हेमंत कटारे ने कहा कि यातायात के नियमों के तहत विश्वास सारंग पर कार्रवाई की जानी चाहिए. विपक्ष आरोपी को लेकर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अगर आरोप लगाए जा रहे हैं. तो दस्तावेज भी पेश किया जाए. आरोप लगाने से कुछ नहीं होता. जब तक सबूत नहीं है हेमंत कटारे ने कहा कि नर्सिंग घोटाले की जनक बीजेपी पार्टी है. सरकार ने नियमों को परिवर्तन कर शिक्षा माफिया को खुली छूट दी है. विश्वास सारंग ने 219 कॉलेज 1 साल में खुलवाए. विश्वास सारंग को गिनीज आफ बुक में अपना नाम दर्ज करवाने की कोशिश करनी चाहिए. हजारों करोड़ों रुपए तक घपला कोविड काल में किया गया. जब कोविड काल में बिस्तर की जरूरत पड़ी तो ना विस्तर से ना ही अस्पताल.
कल सरकार चर्चा करने की बात कह रही थी, आज घबरा क्यों रही है – उमंग
कार्रवाई के दौरान उमंग सिंगार ने कहा कि सरकार कल चर्चा करने की बात कह रही थी आज घबरा क्यों रही है. चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन नर्सिंग काउंसिल का पालन नियमों के तहत नहीं हुआ. लंबे समय से भर्ती की प्रक्रिया नहीं हुई और आउटसोर्सिंग से काम चल रहा है. कई नर्सिंग कॉलेज को कागजी कार्यवाही के बिना ही अनुमति दे दी गई. अधिकांश कॉलेजों में एक ही प्रिंसिपल और प्रोफेसर है. उन्हें भी अनुमति प्रदान कर दी. इसी बीच संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हेमंत कटारे के संबोधन पर तंज करते हुए कहा कि आज तक ऐसा ध्यान आकर्षण नहीं देखा है. सत्यनारायण की कथा चल रही है.
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एसीएस और तत्कालीन विभागीय मंत्री को हटाने की मांग
विपक्ष ने ध्यानाकर्षण के दौरान ही मांग की पहले तत्कालीन विभागीय मंत्री को पद से हटाया जाए. अतिरिक्त मुख्य सचिव को भी जहां वह पदस्थ है. वहां से हटकर दूसरी जगह पदस्थ किया जाए. जिससे वह जांच प्रभावित न कर पाए. जयवर्धन सिंह ने कहा कि 2022 का पत्र है निर्देश दिए गए थे कुलपति को कॉलेज की दोबारा जांच की जाए. 7 दिन में भोपाल के मलय कॉलेज को मान्यता दी गई. दूसरी बैठक में 21 और तीसरी बैठक में 17 कॉलेज को नियम विरुद्ध मान्यता दी गई. मान्यता के साथ परीक्षा की भी अनुमति दी गई.
आरोप को विलोपित करने की मांग
संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के आरोप को लेकर कहा कि विधानसभा का नियम है कि किसी पर आरोप लगाने से पहले अनुमति लेना चाहिए. मंत्री पर आरोप लग रहे हैं क्या पहले इस संबंध में सूचना दी गई. आरोप को विलोपित किया जाए. विधायक सीता शरण शर्मा ने आरोप को लेकर कहा कि जनहित के मुद्दे पर आरोप लगाए जा सकते हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिया है कि जनहित के मुद्दे पर आरोप लगा सकते हैं.