MP: JP नड्डा ने नोटिस जारी कर BJP विधायक चिंतामणि मालवीय से कही माफी मांगने की बात, जवाब में MLA ने ये क्या कह दिया
विधायक चिंतामणि मालवीय
MP News: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की आलोट विधानसभा से BJP विधायक चिंतामणि मालवीय (MLA Chintamani Malviya) ने पार्टी की ओर से मिले नोटिस का जवाब दिया है. उन्होंने MP BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने उनके ऊपर लगाए गए आरोपों को अस्वीकार करने की बात कही है. MP विधानसभा बजट सत्र के दौरान MLA चिंतामणि ने सिंहस्थ भूमि अधिग्रहण को लेकर सवाल उठाए थे, जिसके बाद उन्हें नोटिस जारी किया गया था.
सिंहस्थ भूमि अधिग्रहण को लेकर उठाए थे सवाल
MP विधानसभा बजट सत्र के दौरान आलोट विधानसभा से BJP विधायक चिंतामणि मालवीय ने उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों की स्थायी अधिग्रहण को लेकर अपने ही सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा था- ‘मुख्यमंत्री जी का मैं धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने उज्जैन सिंहस्थ के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की राशि रखी है. उज्जैन को गर्व है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री उज्जैन से हैं, लेकिन आज उज्जैन का किसान बहुत डरा और परेशान है. सिंहस्थ के नाम पर पहले उसकी जमीन केवल 3 से 6 महीनों के लिए अधिग्रहित की जाती थी, लेकिन अब उन्हें स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया गया है.’
पार्टी ने जारी किया था नोटिस
उन्होंने उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में स्थाई निर्माण, किसानों की भूमि के स्थायी अधिग्रहण और कॉलोनाइजरों व भूमाफियाओं की साजिश होने की आशंका बताई थी. इसके बाद BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा के निर्देश पर BJP प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने MLA चिंतामणि को नोटिस जारी किया था.
MLA चिंतामणि ने दिया जवाब
अब BJP MLA चिंतामणि मालवीय ने इस नोटिस का जवाब देते हुए BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को अस्वीकार किया है. उन्होंने पत्र में लिखा- ‘विषयांतर्गत सादर लेख है कि, कारण बताओ नोटिस में अधो हस्ताक्षरकर्ता पर उसके वक्तव्यों व कृत्यों से लगातार पार्टी की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचने के लेख के समर्थन में मेरे किसी भी वक्तव्य या कृत्य का कोई उल्लेख नहीं है, जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को मेरे कारण आघात पहुंचा हो.
मैं पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और पार्टी के प्रति मुझे मेरे दायित्व और कर्तव्यों का बोध भी है.’
उन्होंने आगे लिखा- ‘मेरे संज्ञान अनुसार मैंने किसी भी स्थान पर ऐसा कोई वक्तव्य या कृत्य नहीं किया है, जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को कोई आघात पहुंचा हो. मैं, आलोट विधान सभा क्षेत्र से निर्वाचित एवं जन प्रतिनिधि होकर मैंने आम जन के हितार्थ ही पूर्ण कर्तव्य निष्ठा के साथ कार्य किया है और भविष्य में भी अपनी पूर्ण निष्ठा से पार्टी में अपनी सेवाएं देने के लिए वचनबद्ध हूं.’
पार्टी के आरोप नकारे
पत्र में चिंतामणि ने आगे लिखा- ‘अतः कारण बताओ नोटिस में जिन आरोपों को उल्लेखित ही नहीं किया गया है उन्हें मैं विनम्रता पूर्वक पूर्णतः अस्वीकार करता हूं. साथ ही इस स्पष्टीकरण के माध्यम से यह भी आश्वस्त करता हूं कि, भविष्य में मुझे यदि मेरे वक्तव्यों एवं कृत्यों के संबंध में स्पष्टतः अवगत कराया जाता है तो मैं उसका तर्कसंगत, प्रमाणों के साथ स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को तत्पर रहूंगा. सादर.’