भोपाल के बाद इंदौर से हटेगा BRTS कॉरिडोर, हाई कोर्ट का निर्देश, 300 करोड़ की लागत से बना था
इंदौर बीआरटीएस कॉरिडोर (File Photo)
BRTS Corridor: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और सबसे बड़े शहर इंदौर (Indore) से जल्द ही BRTS कॉरिडोर हटाया जाएगा. गुरुवार को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इससे जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए BRTS को हटाने की मंजूरी दे दी. इसके बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने फैसले का स्वागत किया.
भोपाल के बाद अब इंदौर की बारी
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इंदौर शहर के एबी रोड पर बनाए बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS) को हटाने की मंजूरी दे दी है. इससे पहले राजधानी भोपाल में BRTS को हटाया गया था. हाईकोर्ट के BRTS हटाने के फैसले का स्वागत है. सीएम डॉ. मोहन यादव की घोषणा पूरी की जाएगी. जल्द हटाने का काम करेंगे.
सीएम ने की थी घोषणा
साल 2024 में इंदौर दौरे के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा था कि इससे इंदौर के लोगों को परेशानी है. पूरे शहर से हटाया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम कोर्ट में इसे लेकर अपनी बात रखेंगे.
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उन्होंने आगे कहा कि भोपाल में जैसे BRTS हटाया गया है, उससे यातायात में सुविधा मिली है. इंदौर में भी BRTS को लेकर हमें लोगों की शिकायतें मिल रही हैं. जो भी तरीका लगाना पड़ेगा, इसे हटाएंगे.
रोजाना हजारों लोग करते हैं सफर
BRTS कॉरिडोर इंदौर की लाइफलाइन की तरह है. निरंजनपुर से राजीव गांधी चौक तक बनाया गया है. इसकी लंबाई 15 किमी है. इससे लोग रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं. इनमें ज्यादातर यात्री स्टूडेंट्स और ऑफिस जाने वाले हैं. BRTS में 49 बस चल रही हैं जिनमें से 29 बसें CNG है.