MP News: युगपुरुष अनाथ आश्रम कांड में कांग्रेस का आरोप, कई नाबालिगों को बेचा गया, जीवित बताकर बच्चों की मौत छिपाई
MP News: इंदौर में युगपुरुष आश्रम कांड में दिल दहला देने वाला कटु सत्य सामने आया है. 11 अनाथ बच्चों की मौत होने के बाद अब युगपुरुष आश्रम के घिनौने कृत्य सामने आ रहें हैं. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया कि युगपुरुष आश्रम में चार बड़े कांड सामने आये हैं. पहला कांड यह हैं कि युगपुरुष आश्रम में रहने वाली लड़कियों को अनिता शर्मा एंव तुलसी शादीजा ने डेढ़ लाख से दो लाख रुपए में यूपी के दलालों को बेच दिया हैं. दो से तीन साल पहले लड़की को बेचने के बाद मीसिंग की रिपोर्ट मल्हारगंज थाने में दर्ज हैं या नहीं, यह किसी को पता नहीं हैं.
लेकिन महिला बाल विकास कार्यालय को विधिवत इसकी जानकारी नहीं दी गई हैं. पिछले 5 से 7 वर्षों में 17 से 20 नाबालिग लड़कियों को बेचकर गुमशुदा होना दर्शाया गया हैं. लेकिन महिला बाल विकास या सामाजिक न्याय विभाग को विधिवत जानकारी नहीं हैं या महिला बाल विकास विभाग द्वारा यह जानकारी छिपायीं गई हैं.
कागजों में गड़बड़ी के आरोप
दूसरा कांड यह हैं की आश्रम में मृत बच्चों की मौत छिपाने के लिए पिछले 7 से 8 सालों में मृत बच्चों को लावारिस लिखाकर दफ़नाया गया हैं. इसके बाद मृत बच्चे का नाम ही नये बच्चे को देकर गिनती बराबर दिखायी जाती रहीं हैं. इस तरह लड़कियों को दलालों के माध्यम से बेचने के बाद नई एंट्री होने वाली लड़कियों का नाम गुमशुदा लड़कियों के नाम पर रख दिया जाता हैं.
जिससे किसी को शक की गुंजाइश नहीं रहती है. बच्चों के फ़ोटो और पहचान पत्र भी महिला बाल विकास अधिकारीयों की मदद से बदल दिये जाते हैं. बिना रोक टोक यह धंधा खुलेआम जारी हैं. वर्तमान में महिला बाल विकास अधिकारी को आश्रम द्वारा प्रदान की गई सूची में मृत बच्चे अनु का नाम लिखकर जीवित बताया गया हैं. वहीं लिस्ट में मृत बच्चे यूनुस का नाम जीवित बच्चों की लिस्ट में शामिल है. यहॉं भी मृत बच्चों के नाम पर दूसरे बच्चों को दिखाकर एंट्री दर्शाने के पीछे गहरा षड्यंत्र हैं.
करोड़ों की सहायता राशि पर घोटाले का आरोप
तीसरा कांड आर्थिक अपराध का हैं. महिला बाल विकास एंव सामाजिक न्याय विभाग से जारी करोड़ों की सहायता राशि को युग पुरुष अनाथ आश्रम के बैंक एकाउन्ट पंजाब नेशनल बैंक, राज मोहल्ला शाखा में ट्रांसफ़र किया जाता हैं. इस बैंक एकाउन्ट से अनिता शर्मा, तुलसी शादीजा एंव संस्था के पदाधिकारियों की मिलीभगत से स्टेट बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा सीतला माता बाजार में स्थांतरित करके युगपुरुष धाम में काम करने वाले स्टॉफ को सेलरी के चेक दिये जाते हैं.
उदाहरण के तौर पर अगर किसी की सेलरी 25 हज़ार हैं तो उसे 25 हज़ार का चेक देकर कर्मचारी के एकाउन्ट में भुगतान करके 25 हज़ार में से 15 हज़ार वापस ले लिए जाते हैं. मात्र दस हज़ार सेलरी दी जाती हैं. यह खेल स्टॉफ एंव स्पेशल एजुकेटर की सेलरी के साथ खेला जाता हैं. युगपुरुष आश्रम का पूरा स्टॉफ पीड़ित हैं, लेकिन महिला बाल विकास अधिकारी के संरक्षण में यह खेल प्रतिमाह होता हैं. युगपुरुष आश्रम में लड़कों को सँभालने के लिए 14 लोगों का स्टॉफ अनिता शर्मा सहित तैनात हैं जिसमें से 13 कर्मचारियों की सेलरी में खेल किया जाता हैं. इसी तरह लड़कियों को सँभालने के लिए 15 कर्मचारियों का स्टाफ़ हैं. डे केयर स्टॉफ में 5 एंव हॉस्पिटल स्टॉफ में 9 कर्मचारियों की सेलरी हड़पी जाती है. आश्चर्यजनक रूप से 24 घंटे आश्रम में नौकरी करने वालीं मनोरमा नानी को मात्र 5,500 रूपये प्रतिमाह देकर जमकर शोषण किया जाता हैं.
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अधिकृत डिग्री नहीं होने पर भी मिली जिम्मेदारी
युगपुरुष आश्रम की वर्तमान सर्वेसर्वा आशा प्रजापति एंव भावना के पास अधिकृत डिग्री नहीं हैं. सिर्फ़ 12 वी पास एंव सीबीआर कोर्स करने पर ही महिला बाल विकास अधिकारी ने नियमों का उल्लंघन करके आश्रम की ज़िम्मेदारी दी गई हैं. युगपुरुष अनाथ आश्रम में बच्चों की मौत एंव लड़कियों को बेचने की जानकारी शुभदा और कुमुद को भी हैं. युगपुरुष आश्रम में चार ग़ायब लड़कियों को बेचा गया हैं या इनकी मौत हो गई हैं. इसकी विस्तृत जांच की आवश्यकता है.
हाल ही में युगपुरुष आश्रम से उज्जैन सेवाश्रम में बच्चे स्थांतरित किये गए हैं, अनिता शर्मा ने 12 बच्चे उज्जैन स्थानांतरित किये, लेकिन युगपुरुष आश्रम के रिकॉर्ड में 13 बच्चें स्थांतरित करना दर्शाया हैं. इसके पीछे भी षड्यंत्र हैं. चारों बच्चियाँ 18 वर्ष से कम उम्र के हैं जिन्हें उज्जैन स्थानांतरित किया गया हैं. ऐसी प्रबल संभावना हैं कि इनको भी बेचने का सौदा किया गया हैं.
कुछ समय बाद अचानक आश्रम से लापता होकर गुमशुदा हो जाएगी. युगपुरुष आश्रम की कंप्यूटर ऑपरेटर मनीषा एंव कर्मचारी प्रतिभा जैन के पास पूरा अवैध रिकॉर्ड मौजूद हैं. आश्रम में लड़कियों के साथ रात में रहने वाली कर्मचारी शोभा दीदी, आशा प्रजापत, रेखा चौहान और मनोरमा नानी को आश्रम में रात में अनिता शर्मा एंव तुलसी शादीजा के काले कारनामों की जानकारी हैं. लेकिन आज तक किसी भी जांच एजेंसी ने एक भी कर्मचारी के बयान दर्ज नहीं किये है.
युगपुरुष आश्रम कांड होने के बाद पुराना रिकॉर्ड आश्रम से ग़ायब कर हॉस्पिटल का मेडिकल स्टोर चलाने वाले अमित ने आश्रम के सामने स्थित ऋषि कृपा नाम लिखे घर में छिपाकर रखा हैं. प्रशासन को तत्काल रिकॉर्ड जप्त करना चाहिए. पुराना रिकॉर्ड जप्त होने पर चौंकाने वाले खुलासे हों जायेगे. प्रशासन को पिछले 6 माह की समस्त डेड बॉडियों को निकालकर पुनः पोस्टमार्टम कराना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने मुख्यमंत्री एंव प्रशासन से मांग की हैं कि किसी योग्य अधिकारी से निम्नलिखित बिंदुओं पर जांच की जायेः-
1- चारों लापता बच्चियों का रिकॉर्ड मिलान करके स्पष्ट किया जाये कि इनकी मौत हुई हैं या इनको बेच दिया गया हैं.
2- युगपुरुष आश्रम में हुई आर्थिक अनियमिता को लेकर समस्त स्टॉफ का पिछले एक साल का सेलरी वेरिफ़िकेशन बैंक एकाउन्ट से किया जाये. अनियमितता मिलने पर अनिता शर्मा और तुलसी शादीजा से वसूल कर स्टॉफ को दिलाया जाये. महिला बाल विकास अधिकारीयों की ज़िम्मेदारी तय कर भगवान दास साहू एंव अविनाश यादव को अविलंब निलंबित किया जाये.
3- मृत बच्चों को जीवित दिखाकर उनके नाम पर नये बच्चों को शामिल करने के षड्यंत्र की जॉंच की जाये.
4- आश्रम का पुराना रिकॉर्ड मेडिकल वाले अमित से जप्त किया जाये.
5- अनिता शर्मा एंव तुलसी शादीजा सहित बुधौलिया की पिछले दो वर्षों में ख़रीदी गई संपत्ति के स्त्रोत की जॉंच की जाये, बैंक एकाउन्ट की जांच हो.