MP News: बैंक कर्मियों के परिवार में शादी ना करें…दारुल उलूम का फतवा, प्रियंक कानूनगो ने जताई आपत्ति

MP News: प्रियंक कानूनगो ने आगे लिखा कि उसकी मेहनत की तनख्वाह को हराम बता रहे हैं. पर सरकार से मदरसा को फंडिंग मिलती रहे इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में महंगे-महंगे कांग्रेसी वकील खड़े किए हैं
Priyank kanoongo (file photo)

प्रियंक कानूनगो (फाइल फोटो)

MP News: राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दारुल उलूम देवबंद पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ये फतवा मदरसा दारुल उलूम देवबंद ने जारी किया है. फतवे में लिखा है कि बैंक कर्मचारी के बच्चों से निकाह मत करो. उसकी तनख्वाह ब्याज की कमाई से आई है.’

प्रियंक कानूनगो ने आगे लिखा कि उसकी मेहनत की तनख्वाह को हराम बता रहे हैं. पर सरकार से मदरसा को फंडिंग मिलती रहे इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में महंगे-महंगे कांग्रेसी वकील खड़े किए हैं. मदरसा की सरकारी फंडिंग में भी तो ब्याज की कमाई है, उससे मौलानाओं की लाखों रुपये की तनख्वाह दी जाती है वो हलाल कैसे हुई मौलाना ? आम मुसलमान का बच्चा पढ़कर तरक्की ना कर ले इनकी यही मंशा है.’

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क्या है पूरा मामला?

दारुल उलूम की देवबंद की वेबसाइट पर एक सवाल-जबाव का सेक्शन है. इस सेक्शन में किसी ने सवाल पूछा कि मेरे पास कई सारे शादी के प्रस्ताव आए हैं. जिनके पिता बैंकिंग सेक्टर में जॉब करते हैं. क्या ऐसी जगह से शादी करना सही होगा या नहीं.

सवाल के जवाब में कहा गया कि ऐसी जगह शादी करने से बचना चाहिए. ऐसी जगह जहां पैसा हराम से आता है वो नैतिकता और स्वाभाविक रूप से सही नहीं है. इस कारण वहां शादी करने से बचना चाहिए. ऐसी जगह शादी करना चाहिए जो धर्मनिष्ठ हो.

(सवाल और जवाब दोनों इंग्लिश में किया गया था जिसका ट्रांसलेशन यहां दिया गया है)

पहले भी कई मौके पर दारुल उलूम विवादों में रह चुका है. इसी साल फरवरी में ‘गजवा-ए-हिंद’ को लेकर फतवा जारी किया था. इस पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने आपत्ति जताई थी. इसे देश विरोधी बताया था.

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