MP News: बारिश से राजगढ़ में सबकुछ हुआ तबाह; बदहाली के आंसू रो रहे किसान, खेतों में जलमग्न सोयाबीन दोबारा उगी
MP News: राजगढ़ में पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण खेत में रखी सोयाबीन की फसल जलमग्न हो गई. जिससे जिले के किसान चिंता में डूब गए है. यहां आसमान से आफत बन कर आई बारिश से कटाई के बाद खेतों मे रखी अन्नदाताओं की पूरी फसल पानी में डूब गई है, बारिश में भीगने की वजह से खेत मे रखी फसल सड़ने लगी है, वहीं कुछ जगह खेतो में पड़े सोयाबीन की फसल के दाने तो दोबारा से उगने लगे है. कुदरत के इस कहर के सामने कर्ज में डूबा किसान बेबस एवं दुखी नजर आ रहा है.
सोयाबीन की फसल हुई खराब
दरअसल, इस साल ज्यादातर किसानो ने जिले में सोयाबीन की बुवाई की थी, शुरू में कम बारिश होने से फसलें भी अच्छी थी, किसानों ने खेत मे लगी फसलों को 2000 से 2500 रुपए प्रति बीघा के हिसाब से मजदूरों से कटवा कर खेतो में रख कर उसे क्रेशर मशीन से निकलवाने की तैयारी कर रहे थे. तभी 26 सितंबर को अचानक शुरू हुई बारिश से पूरी फसल भीग गई. लगातार रुक रुक कर 3 दिनों तक हुई तेज बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ है. जिससे किसानों की फसल तबाह हो गई.
विस्तार न्यूज़ की टीम रविवार को ख़िलचीपुर तहसील के बरुखेड़ी और शेरपुरा गांवमें पहुंची. यहां बारिश से फसलों में हुए नुकसान और किसानो के दर्द जाने के लिए हमारे रिपोर्टर मनीष सोनी पानी और कीचड़ भरे रास्ते से निकलते हुए खेतो तक पहुंचे. यहां हमे ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने किसानों बर्बाद कर दिया है, गांव में कई खेतो में बारिश का पानी भरा हुआ था, कुछ जगह तो खेतो में पानी इतना आया की वहां रखी सोयाबीन की फसल ही डूबी गई, पानी मे भीगने के कारण अब यहां सोयाबीन की फसल सड़ने लगी है. कई फसलों के जो बीज दोबारा के अंकुरित हो गए है.
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किसानों ने सुनाई समस्याएं
यहां शेरपुरा गांव के रास्ते के एक खेत पर बैठे एक किसान गोवर्धन वर्मा (55) ने अपनी समस्या बताई. गौवर्धन के पास 8 बीघा जमीन है. गोवर्धन का कहना है कि इस साल खेत मे फसल लगाने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी शैतान बाई (48) के गले में पहना हुआ सोने का तमनिया को 2 रुपए सैकड़े का ब्याज तय कर साहूकार के यहां गिरवी रखा था, वहां से डेढ़ लाख रुपए में की व्यावस्था की होने पर खेत मे महंगा बीज लाकर सोयाबीन की फसल लगाई थी. सोचा था कि खेत की फसल हो बेचकर वहां अपनी पत्नी की रकम को छुड़ाकर, बचे पैसे से 12 महीने का अपना घर खर्च चलाएंगे. इस बार फसल अच्छी हुई थी. फसल कटवाने के बाद कटी हुई फसल खेत पर रखी हुई थी. तभी गुरुवार से लगातार तीन दिन हुई बारिश से उनके खेत पर रखी सोयाबीन की फसल खराब हो गई.
अब गोवर्धन वर्मा यहां सोच कर दुखी है, की पत्नी के गिरवी रखी सोने की रकम को कैसे छुड़ाएंगे और अब उनका घर खर्च कैसे चलेगा. गोवर्धन ने बताया कि उनकी बेटी संजू बाई (23) की शादी भी उनको इसी साल करना था, दो साल पहले उन्होंने अपनी बेटी की सगाई की थी. समधी के कहने पर उन्होंने शादी दीपावली बाद करने का बोला था, जिसकी तैयारी भी शुरू कर दी थी. लेकिन अब फसल में हुए नुकसान के बाद अब शादी को टालना पड़ेगा.
वहीं दूसरे किसान धीसालाल की गांव में 10 बीघा जमीन है. उन्होंने इस बार अपने पूरी जमीन पर सोयाबीन की फसल लगाई थी. खेत की फसल हो बेचकर वहां अपने 12 महीने का अपना घर खर्च चलाते है. उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी पत्नी के पैर की पायल को बेच कर सोयाबीन की फसल को मजदूरों से कटवाने के लिए 15 हजार की व्यावस्था की थी.
उन्होंने देखा इस बार फसल अच्छी है. तो सभी त्योहार अच्छे से मनाएंगे और पत्नी को नई पायल दिला देंगे. फसल खेत पर कट कर रखी हुई थी. तभी गुरुवार को आई बारिश से उनके खेत पर रखी सोयाबीन की फसल खराब हो गई. अब धीसालाल यहां सोच कर दुखी है, की अब वहां घर खर्च कैसे चलाएंगे.