MP News: 14 फरवरी को मध्य प्रदेश विधानसभा में आज बजट सत्र के 6वें दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामे का दौर शुरू हो गया. पहले विपक्ष ने सरकार को जल जीवन मिशन को लेकर घेरा. कांग्रेस की तरफ से उमंग सिंगार ने सरकार पर जल जीवन मिशन में हुए घोटाले की जांच करने की बात कही. इसी बात पर दोनों पक्षों में लगातार तीखी नोक झोक जारी रही.
प्रहलाद पटेल ने किया पलटवार
विपक्ष के जल जीवन मिशन में घोटाले के आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रहलाद पटेल ने सदन में कहा कि विपक्ष बेवजह के आरोप न लगाए. सरकार की सभी योजनाओं पर पलीता लगाने का काम ना करें. कोई स्पेसिफिक समस्या हो तो बताएं. जल जीवन मिशन मामले में की जांच पर सत्ता पक्ष पर इनकार का आरोप लगाकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
नर्मदा नदी को लेकर हंगामा
सदन में आज नर्मदा नदी को लेकर भी काफी गहमागहमी देखने को मिली. दरअसल, सदन में नर्मदा नदी में सीवेज का पानी मिलने को लेकर काफी हंगामा हुआ. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ध्यान आकर्षण प्रस्ताव पर कहा कि नर्मदा नदी को सभी मां का दर्जा देते हैं. सीवेज का पानी नदी में मिलने से हमें रोकना है. इसके साथ ही मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि कोशिश करेंगे की 2 साल के अंदर ऐसे निकायों का गंदा पानी नगरीय क्षेत्र में ना मिले, ताकि नर्मदा को साफ रखा जा सके. इसके जवाब में लखन घनघोरिया ने बयान देते हुए कहा कि नर्मदा बीजेपी की मानस बेटी है.
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विजयवर्गीय बोले माफी मांगें घनघोरिया
लखन घनघोरिया के बयान के बाद तो जैसे सदन में हंगामा ही मच गया पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा खड़ा हो गया. बीजेपी के विधायक और मंत्रियों ने घनघोरिया से माफी मांगने को कहा. इसपर दोनों पक्ष भिड़ गए. लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने भी कहा कि सदन में नर्मदा मैया के अपमान की बातें की जा रही हैं. अपमान करने वाले घनघोरिया को माफी मांगनी चाहिए. वहीं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी घनघोरिया से माफी मांगने की अपील की. उन्होंने कहा कि लखन घनघोरिया को अपने बयान के लिए सदन में सभी के सामने माफी मांगनी चाहिए. बता दें कि बीजेपी घनघोरिया के माफी मांगने को लेकर अड़ी हुई है. वहीं अब तक लखन घनघोरिया ने अपने बयान को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं दी है.