MP News: दिवंगत माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे बुजुर्ग को आया चक्कर, बुजुर्ग को पानी पिलाते दिखे ज्योतिरादित्य सिंधिया

Gwalior News: बुजुर्ग गणपत माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे. व्यापारी गणपत राव चेंबर ऑफ कॉमर्स के भी सदस्य रहे हैं.
The Scindia couple soaked their handkerchief in water and wiped the eyes, neck and face of the old man.

सिंधिया दंपती ने अपने रुमाल को पानी में भिगोकर बुजुर्ग की आंखों, गर्दन और चेहरे को पोंछा.

Gwalior News: ग्वालियर में जय विलास पैलेस में 99 साल के बुजुर्ग को चक्कर आ गया. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बुजुर्ग की देखभाल करते नज़र आये. इस दौरान सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी पानी लेकर आईं. सिंधिया ने अपने हाथ से उन्हें पानी पिलाया और सिंधिया दंपती ने अपने रुमाल को पानी में भिगोकर बुजुर्ग की आंखों, गर्दन और चेहरे को पोंछा. सिंधिया बुजुर्ग का हाथ पकड़े रहे. हालत में सुधार होने पर अपने कर्मचारियों से बुजुर्ग को घर तक छोड़ने के लिए भी कहा. सिंधिया दंपती की संवदेनशीलता का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

स्व. माधवी राजे को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे बुजुर्ग

बता दें बुजुर्ग गणपत माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे. व्यापारी गणपत राव चेंबर ऑफ कॉमर्स के भी सदस्य रहे हैं. सिंधिया और उनकी पत्नी, गणपत राव की 20 मिनट तक एक परिवार के सदस्य की तरह देखरेख करते रहे. बुजुर्ग व्यापारी ने जब अपने प्रति महाराज और महारानी का व्यवहार देखा तो वे भावुक भी हो गए. उन्होंने प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया को आशीर्वाद दिया. उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी कहा कि आपके कदम कभी नहीं रुकें और आप हर दिन के साथ तरक्की करते चले जाएं.

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पूर्व जनलर वीके सिंह ने भी दी श्रद्धांजलि

वहीं आज केंद्र सरकार में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री व सेना के पूर्व जनलर वीके सिंह ग्वालियर पहुंचे. साथ में उनकी पत्नी भी थीं. दोनों जयविलास पैलेस में स्थित रानी महल में श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. राजमाता माधवी राजे सिंधिया को पुष्पांजलि अर्पित की. मीडिया से बात करते हुए पूर्व जनरल वीके सिंह ने कहा कि बहुत दुखद समय है. खासकर पिछले तीन महीने अत्यंत दुख भरे थे. जब राजामाता अस्पताल में रहीं, उनका काफी इलाज भी चला, लेकिन वे संघर्ष करती रहीं. जिस प्रकार से सिंधिया ने आखिरी समय में मां की सेवा की है, वो वाकई में जताता है कि वह राजमाता से कितना स्नेह करते थे.

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